TIO, इंदौर।

मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर के कुछ वार्डों में पानी की किल्लत हो गई है। निगम द्वारा पर्याप्त मात्रा में पानी नहीं मिलने से बीजेपी सरकार के निगम में बीजेपी पार्षदों को अर्धनग्न होकर प्रदर्शन करना पड़ रहा है। वार्डवासियों ने निगम के कर्मचारियों पर टैंकर बेचने का भी आरोप लगाया है।

दरअसल इंदौर के स्नेह नगर क्षेत्र के वार्ड क्रमांक 65 के पार्षद पानी की टंकी के नीचे अर्धनग्न होकर धरने पर बैठ गए। पिछले लंबे समय से पार्षद क्षेत्र में पानी की परेशानी को लेकर लगातार निगम अधिकारियों से पानी की मांग कर रहे थे, लेकिन उन्हीं से लगे कुछ वार्डों में पानी ठीक से सप्लाई हो रही है लेकिन वार्ड 65 में पानी की समस्या बनी हुई है। ऐसे में पार्षद द्वारा महापौर पुष्यमित्र भार्गव को शिकायत करने के बाद कुछ दिन तक सप्लाई ठीक होती है लेकिन उसके बाद फिर पानी की किल्लत हो जाती है।

शहर सरकार के विरोध में उन्ही के पार्षदों ने किया प्रदर्शन
वार्ड 65 के पार्षद कमलेश कलर के मुताबिक क्षेत्र की जनता के लिए पानी की मांग कर रहा हूं। हमारी सरकार केंद्र में भी और प्रदेश में है। नगर निगम में महापौर बीजेपी का है लेकिन इसके बाद अर्धनग्न होकर प्रदर्शन करने की नौबत आ पड़ी है। हम जनता के लिए काम करते हैं, जनता दिन-रात हमसे उम्मीद लगाए बैठी होती है और ऐसे में अगर हम ही जनता को पानी मुहैया नहीं करा पाए तो जनता के गुस्से का सामना करना पड़ता है। पार्षद ने आरोप लगाया है कि जब भी उन्हें क्षेत्र में पानी का टैंकर भेजने के लिए कहा जाता है तो टैंकर नहीं पहुंचता है। टंकी से अवैध तरीके से टैंकर भरकर बेचने का काम भी निगम के कुछ अधिकारी कर रहे हैं।

निगम कर्मियों पर पानी बेचने का लगाया आरोप
क्षेत्र के वार्ड 65 के रहवासियों का कहना है टैंकर के लिए जब फोन निगम के कंट्रोल रूम पर किया जाता है तो चार घरों में थोड़ा-थोड़ा पानी डालकर चले जाते हैं। जब टैंकर ड्राइवर को ?400 से ?500 तक दे देते हैं तो वह पानी पूरा टंकी में भरकर जाते हैं। ऐसे में निगम के कर्मचारी हमें पानी बेच रहे हैं और वहीं दूसरी ओर निगम पानी का बिल हमें भेज रहा है, जिसे हम भरने पर मजबूर हैं। रहवासियों ने यहां तक आरोप लगाया कि इसी पानी की टंकी पर निजी टैंकर भी भरते हैं और उन्हें बेचा जाता है।

Shashi Kumar Keswani

Editor in Chief, THE INFORMATIVE OBSERVER