TIO, वॉशिंगटन ।
लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी इस समय अमेरिका के दौरे पर हैं। रविवार को उन्होंने टेक्सास विश्वविद्यालय में छात्रों के साथ बातचीत की। इस दौरान राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर निशाना साधा। राहुल गांधी ने कहा, आरएसएस का मानना है कि भारत एक विचार है। वहीं हमारा मानना है कि भारत विचारों की बहुलता है। हमारा मानना है कि सभी को भाग लेने की अनुमति दी जानी चाहिए, सपने देखने की अनुमति दी जानी चाहिए और उनकी जाति, भाषा, धर्म, परंपरा या इतिहास की परवाह किए बिना उन्हें जगह दी जानी चाहिए। ये लड़ाई है और ये लड़ाई चुनाव में तब और स्पष्ट हो गई जब भारत के लाखों लोगों ने स्पष्ट रूप से समझ लिया कि भारत के प्रधानमंत्री भारत के संविधान पर हमला कर रहे हैं।
आधुनिक भारत की नींव संविधान
उन्होंने कहा, मैंने आपसे जो भी कहा है, वह सब संविधान में है। आधुनिक भारत की नींव संविधान है। चुनाव में लोगों ने जो स्पष्ट रूप से समझा और मैंने देखा कि जब मैं संविधान का मुद्दा उठाता था, तो लोग समझते थे कि मैं क्या कह रहा था। वे कह रहे थे कि भाजपा हमारी परंपरा पर हमला कर रही है, हमारी भाषा पर हमला कर रही है, हमारे राज्यों पर हमला कर रही है, हमारे इतिहास पर हमला कर रही है।
भाजपा इसे बर्दाश्त नहीं कर सकी
उन्होंने आगे कहा, सबसे महत्वपूर्ण बात, उन्होंने जो समझा वह यह था कि जो कोई भी भारत के संविधान पर हमला कर रहा है, वह हमारी धार्मिक परंपरा पर भी हमला कर रहा है। इसलिए संसद में अपने पहले भाषण में मैंने अभयमुद्रा के बारे में बात की। यह निर्भयता का प्रतीक है और यह हर एक भारतीय धर्म में मौजूद है। जब मैं यह कह रहा था, तो भाजपा इसे बर्दाश्त नहीं कर सकी। वे नहीं समझते और हम उन्हें समझाने जा रहे हैं।
भाजपा का डर गायब हुआ
नेता विपक्ष ने भाजपा पर हमला करते कहा, दूसरी बात यह हुई कि भाजपा का डर गायब हो गया। हमने देखा कि चुनाव परिणाम के तुरंत बाद, कुछ ही मिनटों में, भारत में कोई भी भाजपा या भारत के प्रधानमंत्री से नहीं डरता था। इसलिए ये बहुत बड़ी उपलब्धियां हैं, राहुल गांधी या कांग्रेस पार्टी की नहीं। ये भारत के लोगों की बहुत बड़ी उपलब्धि है, जिन्होंने लोकतंत्र को समझा, जिन्होंने यह समझा कि हम अपने संविधान पर हमला स्वीकार नहीं करने वाले हैं। हम अपने धर्म, अपने राज्य पर हमला स्वीकार नहीं करने वाले हैं।
भारतीय प्रवासियों को लेकर कही ये बात
अमेरिका में रह रहे भारतीय प्रवासियों के बारे में उन्होंने कहा कि जब वे भारत से इस देश में आए थे तो संविधान, सम्मान और विनम्रता के मूल्यों के साथ आए थे। उन्होंने कहा कि भारतीय अमेरिका में प्यार और स्नेह के साथ रहने आए। उन्होंने कहा, ‘मैं डलास में लोगों से बात कर रहा हूं और आप कौन हैं? आप भारत से आए लोग हैं और जिन मूल्यों का मैं वर्णन कर रहा हूं- संविधान के मूल्य, सम्मान के मूल्य, विनम्रता के मूल्य। आप उन्हें अपने दिल में रखते हैं, यह सब आपके खून में हैं। इसलिए, जब आप इस देश में आए, तो आप अहंकार के साथ नहीं आए, आप विनम्रता के साथ आए, आप घृणा के साथ नहीं आए, आप प्यार और स्नेह के साथ आए, आप अनादर के साथ नहीं आए। ‘