वॉशिंगटन। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को न्यू हैंपशर के प्राइमरी में बड़ी जीत मिली है। रिपब्लिकन उम्मीदवार के तौर पर ट्रंप अपनी प्रतिद्वंद्वी और भारतवंशी नेता निक्की हेली से काफी आगे निकल गए हैं। इस परिणाम को रिपब्लिकन प्रतिद्वंद्वी निक्की हेली के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। डिसीजन डेस्क मुख्यालय के हवाले से आई द हिल की रिपोर्ट के मुताबिक जैसे ही न्यू हैंपशर में गिनती शुरू हुई, शुरूआती रुझानों में ही पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बड़ी बढ़त बना ली। इसी आधार पर न्यू हैंपशर जीओपी प्राइमरी जीतने का अनुमान लगाया गया है।
चुनाव परिणाम पर अमेरिकी मीडिया की रिपोर्ट
हिल की रिपोर्ट के मुताबिक कुल मतदान का 26 प्रतिशत वोटों की गिनती के बाद ट्रंप के खाते में 53.8 प्रतिशत वोट गए। इसी समय हेली को केवल 45.5 प्रतिशत वोट मिले। सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक, 15 फीसदी वोटों की गिनती के बाद ट्रंप 53.1 फीसदी वोट मिले। 11 डेलीगेट्स के साथ ट्रंप निक्की हेली से आगे भी हैं। हेली के पास केवल 45.4 फीसदी वोट और आठ डेलीगेट्स की लीड हैं। ऐसे में अब केवल ट्रंप की जीत का औपचारिक एलान बाकी है।
इन दो खबरों के अलावा न्यूयॉर्क टाइम्स ने भी ट्रंप को 52.5 प्रतिशत वोटों के साथ आगे बताया। इसके मुताबिक आधे से अधिक वोट के अलावा ट्रंप 11 डेलीगेट्स की बढ़त के साथ प्राइमरी जीत लिया है। हेली को केवल 46.6 प्रतिशत वोट और छह डेलीगेट्स का साथ मिला। द हिल के अनुसार, ग्रेनाइट राज्य में ट्रंप की जीत हेली को अधिक प्रभावित करेगी। ऐसा इसलिए क्योंकि उन्होंने चुनाव प्रचार के दौरान अपना अधिकांश समय इसी राज्य में लगाया था। लोकप्रिय गवर्नर क्रिस सुनुनु भी हेली के साथ थे। हालांकि, अंतिम परिणाम आने पर नतीजे उनके पक्ष में नहीं गए। सिर्फ एक मौके पर हेली और ट्रंप के बीच कांटे की टक्कर देखी गई।
ट्रंप निक्की हेली को रनिंग मेट बनाने से इनकार कर चुके हैं
ट्रंप ने इससे पहले निक्की हेली को उपराष्ट्रपति बनाने से इनकार कर दिया था। इसलिए न्यू हैंपशर के परिणाम उनके लिए बड़ा झटका है। संयुक्त राष्ट्र जैसे शीर्ष मंच पर अमेरिका का प्रतिनिधित्व पर चुकीं निक्की हेली को रनिंग मेट यानी उपराष्ट्रपति पद का रिपब्लिकन प्रत्याशी बनाने की संभावनाओं को ट्रंप ने सिरे से खारिज कर दिया था। उन्होंने कहा था कि एक सीनेटर के तौर पर निक्की हेली ठीक हैं, लेकिन उन्हें उपराष्ट्रपति पद का संभावित उम्मीदवार या उनका रनिंग मेट नहीं माना जा सकता। बता दें कि अमेरिकी चुनाव की शब्दावली में उपराष्ट्रपति पद के प्रत्याशी को रनिंग मेट कहा जाता है।