TIO, वॉशिंगटन

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने निवेशकों को लुभाने के लिए एक योजना बनाई है। इस योजना के तहत 50 लाख डॉलर में लोगों को गोल्ड कार्ड वीजा देने की पेशकश की जाएगी। ये गोल्ड कार्ड अमेरिका के 35 साल पुराने निवेशक वीजा की जगह लेंगे। इसका एलान करते हुए ओवल आॅफिस में ट्रंप ने कहा कि ‘इस तरह नागरिकता लेने वाले लोग अमीर और सफल होंगे। वे बहुत सारा पैसा खर्च करेंगे और यहां टैक्स का भुगतान करेंगे। साथ ही वे लोगों को रोजगार भी देंगे। हमें लगता है कि यह योजना बेहद सफल होने वाली है।’

ईबी-5 वीजा की जगह लेगा गोल्ड कार्ड
अमेरिका के वाणिज्य मंत्री हॉवर्ड लुटनिक ने कहा कि ‘गोल्ड कार्ड’ दो सप्ताह में पारंपरिक एइ-5 वीजा की जगह ले लेगा। एइ-5 वीजा को विदेशी निवेश को लुभाने के लिए लाया गया था, जिसे साल 1990 में कांग्रेस ने अपनी मंजूरी दी थी। ईबी-5 वीजा उन लोगों के लिए है, जो किसी अमेरिकी कंपनी में करीब 10 लाख डॉलर का निवेश करते हैं और जो कम से कम 10 लोगों को रोजगार देते हैं। लुटनिक ने कहा कि गोल्ड कार्ड – वास्तव में एक ग्रीन कार्ड, या स्थायी कानूनी निवास प्रमाण पत्र होगा। गोल्ड कार्ड की खासियत होगी कि इसमें धोखाधड़ी करना संभव नहीं होगा। ट्रंप सरकार की योजना एक करोड़ गोल्ड कार्ड बेचने की है। अमेरिकी कांग्रेस देश में नागरिकता के लिए योग्यता निर्धारित करती है, लेकिन ट्रंप ने कहा कि गोल्ड कार्ड के लिए कांग्रेस की मंजूरी की जरूरत नहीं होगी।

हवाई यातायात संचार प्रणाली को दुरुस्त का ठेका मस्क की कंपनी को मिल सकता है
एलन मस्क के स्वामित्व वाली एक सैटेलाइट कंपनी को हवाई यातायात संचार प्रणाली को दुरुस्त करने का संघीय ठेका मिल सकता है। करीब 2 अरब डॉलर का यह ठेका अभी वेरिजोन कंपनी के पास है, लेकिन अब यह मस्क की कंपनी स्टारलिंक को मिल सकता है। मस्क ने कहा कि हवाई यातायात नियंत्रकों द्वारा उपयोग किया जाने वाला नेटवर्क पुराना हो रहा है और इसे आधुनिक बनाने के लिए कठोर और त्वरित कार्रवाई की आवश्यकता है। मस्क ने सोमवार को एक्स पर साझा एक पोस्ट में लिखा, ‘वेरिजोन सिस्टम काम नहीं कर रहा है और यह हवाई यात्रियों को गंभीर जोखिम में डाल रहा है।’

Shashi Kumar Keswani

Editor in Chief, THE INFORMATIVE OBSERVER