TIO, वॉशिंगटन

अमेरिका अपने पड़ोसियों कनाडा और मैक्सिको को क्रमश: 100 अरब डॉलर और 300 अरब डॉलर की सब्सिडी दे रहा है। अब इसी को लेकर नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बड़ी बात कह दी। उन्होंने रविवार को कहा कि हम सब्सिडी दे ही रहे तो दोनों देशों को ऐसे में अमेरिका का हिस्सा बन जाना चाहिए।

हम दोनों देशों को सब्सिडी क्यों दे रहे?
इतना ही नहीं, 78 वर्षीय ट्रंप ने कनाडा और मेक्सिको को धमकी दी है कि यदि उन्होंने अपने क्षेत्रों के जरिए अमेरिका में अवैध प्रवासियों का आना नहीं रोका तो दोनों देशों पर भारी शुल्क लगाया जाएगा। पांच नवंबर को राष्ट्रपति चुनाव जीत जाने के बाद दिए पहले टीवी इंटरव्यू में रिपब्लिकन नेता ने कहा, ‘हम कनाडा को हर साल 100 अरब डॉलर की सब्सिडी दे रहे हैं। हम मैक्सिको को करीब 300 अरब डॉलर की सब्सिडी दे रहे हैं। हमें सब्सिडी नहीं देनी चाहिए। हम इन देशों को ये क्यों दे रहे हैं? अगर हम सब्सिडी देना चाहते हैं तो उन्हें (अमेरिका का) एक राज्य बनने दीजिए।’ उन्होंने आगे कहा, ‘हम मैक्सिको, कनाडा और दुनिया के कई देशों को सब्सिडी दे रहे हैं। मैं बस इतना करना चाहता हूं कि सभी को समान, तेज और निष्पक्ष खेल का मैदान मिले।’

ट्रंप ने कनाडा-मैक्सिको पर टैरिफ लगाने का किया था एलान
गौरतलब है, डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में एक बड़ा एलान किया था। उन्होंने कहा था कि वह जनवरी में कार्यभार संभालने के पहले दिन ही ऐसे आदेशों पर हस्ताक्षर करेंगे, जिसके तहत मैक्सिको और कनाडा से आने वाले सभी सामानों पर 25 फीसदी आयात शुल्क लगाया जाएगा। ट्रंप का कहना है कि वो ऐसा तब तक करेंगे जब तक ये देश अपने अमेरिका में अवैध अप्रवासियों और फेंटेनाइल दवाओं के प्रवाह को बंद नहीं करते।

अमेरिका पर नहीं पड़ेगा बोझ: नवनिर्वाचित राष्ट्रपति
इसी फैसले पर ट्रंप ने कुछ अमेरिकी सीईओ की इस टिप्पणी का खंडन किया कि शुल्क (टैरिफ) से अमेरिका पर बोझ पड़ेगा और आम वस्तुओं की लागत बढ़ जाएगी। उन्होंने कहा, ‘इससे अमेरिकियों को कोई नुकसान नहीं हुआ। उन्होंने हमारे लिए एक अच्छी अर्थव्यवस्था बनाई। उन्होंने एक और समस्या का समाधान भी किया। अगर हमें युद्धों और अन्य चीजों, टैरिफ से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ता, तो मैंने टैरिफ के साथ युद्धों को यह कहकर रोक दिया कि आप लोग लड़ना चाहते हैं, यह बढ़िया है, लेकिन आप दोनों ही अमेरिका को 100 प्रतिशत टैरिफ का भुगतान करने जा रहे हैं। अगर सही तरीके से इस्तेमाल किया जाए, तो टैरिफ के कई उद्देश्य हैं। मैं यह नहीं कहता कि आप उनका पागलों की तरह इस्तेमाल करें। मैं कहता हूं कि उनका सही तरीके से इस्तेमाल करें।’

उन्होंने आगे कहा, ‘मगर, इससे इस देश को कोई नुकसान नहीं हुआ। इससे इस देश को पैसे मिले। हमें कभी भी पूरी ताकत से काम करने का मौका नहीं मिला क्योंकि हमें पिछले हिस्से में कोविड से लड़ना था। हमने इसे बहुत सफलतापूर्वक किया। जब मैंने इसे बाइडन को सौंपा, तो शेयर बाजार कोविड आने से ठीक पहले की तुलना में अधिक था। अगर शुल्क सही तरीके से इस्तेमाल किया जाए, तो यह न केवल आर्थिक रूप से बल्कि अर्थव्यवस्था के बाहर अन्य चीजों को हासिल करने के लिए भी एक बहुत शक्तिशाली उपकरण है।’

अगर नहीं माने देश तो लगेगा शुल्क
जब नवनिर्वाचित राष्ट्रपति से पूछा गया कि क्या वह ये शुल्क लगाने जा रहे हैं, या ये एक बातचीत की रणनीति है?, इस पर उन्होंने कहा, ‘ठीक है, मैं आपको एक उदाहरण से समझाता हूं। कनाडा और विशेष रूप से मैक्सिको से हमारे देश में लाखों लोग आ रहे हैं। मैंने दोनों देशों के नेताओं से बात की। मैंने जस्टिन ट्रूडो से बात की। उन्होंने फोन कटने के करीब 15 सेकंड बाद ही मार ए लागो के लिए उड़ान भर ली। वह मार ए लागो में थे। हमने रात में साथ में खाना खाया। हम इस बारे में बात कर रहे थे। ट्रंप ने जोर देकर कहा, ‘मैंने मैक्सिको के राष्ट्रपति और जस्टिन ट्रूडो से कहा कि अगर यह नहीं रुका तो मैं आपके देश पर 25 प्रतिशत शुल्क लगाऊंगा।’

Shashi Kumar Keswani

Editor in Chief, THE INFORMATIVE OBSERVER