वॉशिंगटन
चीन पर 245 फीसदी टैरिफ लगाने के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के सुर बदलने लगे हैं। ट्रंप ने अब चीन से हाथ मिलाने की तैयारी की है। उन्होंने चीन के साथ अच्छे व्यापार समझौते पर पहुंचने का विश्वास व्यक्त किया। ट्रंप ने कहा कि हम एक सौदा करने जा रहे हैं। मुझे लगता है कि हम चीन के साथ एक बहुत अच्छा सौदा करने जा रहे हैं।
इसके साथ ही उन्होंने इटली की पीएम जॉर्जिया मेलोनी से भी मुलाकात की। इसके बाद ट्रंप ने कहा कि अमेरिका को यूरोपीय संघ या किसी और के साथ टैरिफ को लेकर सौदा करने में बहुत कम समस्या होगी। इसलिए कोई हड़बड़ी नहीं है। ट्रंप ने जवाबी टैरिफ पर 90-दिवसीय रोक समाप्त होने से पहले यूरोपीय संघ (ईयू) के साथ व्यापार समझौते पर पहुंचने का विश्वास भी व्यक्त किया।
व्हाइट हाउस में इटली की पीएम जॉर्जिया मेलोनी से मुलाकात के दौरान ट्रंप ने कहा कि मुझे लगता है कि हम चीन के साथ बहुत अच्छा समझौता करने जा रहे हैं। यूरोपीय संघ के साथ टैरिफ डील को लेकर ट्रंप बोले कि व्यापार समझौता जरूर होगा, 100 प्रतिशत। वहीं मेलोनी ने कहा कि वह पश्चिम को फिर से महान बनाना चाहती हैं। यकीन है कि वे किसी समझौते पर पहुंच सकते हैं। ट्रंप ने भविष्य में रोम आने का निमंत्रण स्वीकार कर लिया है और वे वहां यूरोपीय नेताओं से भी मिल सकते हैं। भले ही अटलांटिक के दोनों तटों के बीच कुछ समस्याएं हों, लेकिन अब समय आ गया है कि हम बैठकर समाधान ढूंढने का प्रयास करें।
चीन ने कहा हम टैरिफ युद्ध नहीं चाहते, लेकिन डरते भी नहीं हैं
अमेरिका ने चीन पर 245 प्रतिशत तक टैरिफ लगाया है। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लिन जियान ने कहा कि उन्हें अमेरिकी पक्ष से विशिष्ट कर दर के आंकड़े के बारे में पूछना चाहिए। लिन ने कहा कि चीन ने टैरिफ मुद्दे पर अपनी गंभीर स्थिति बार-बार जाहिर की है। उन्होंने कहा कि टैरिफ युद्ध की शुरूआत अमेरिका ने की थी और चीन ने अपने वैध अधिकारों और हितों तथा अंतरराष्ट्रीय निष्पक्षता और न्याय की रक्षा के लिए जवाबी कदम उठाए हैं। उन्होंने इसे पूरी तरह से उचित और कानूनी बताया। उन्होंने कहा कि टैरिफ और व्यापार युद्धों में कोई विजेता नहीं होता। चीन इन युद्धों में भाग नहीं लेना चाहता, लेकिन इनसे डरता भी नहीं है। उन्होंने हाथ मिलाने और बाधाओं को दूर करने के लिए चीन की प्रतिबद्धता व्यक्त की।