TIO, वॉशिंगटन

अमेरिका में टिकटॉक ने फिर से काम करना शुरू कर दिया है। कंपनी ने रविवार को अमेरिका में अपनी सवाएं फिर से शुरू कीं। कंपनी के बयान के मुताबिक, उपयोगकतार्ओं के लिए टिकटॉक की सेवाएं धीरे-धीरे बहाल की जा रही हैं। इससे पहले 19 जनवरी को टिकटॉक को किसी अमेरिकी कंपनी को बेचने की समयसीमा समाप्त होने बाद एप पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। यूजर्स इसे डाउनलोड नहीं कर पा रहे थे और न ही पहले से इस्तेमाल कर रहे यूजर्स इसका इस्तेमाल कर पा रहे थे। हालांकि, नवनिर्वाचित राष्ट्रपति के प्रतिबंध हटाने के एलान के बाद एप 24 घंटे से भी कम समय तब बंद रहने के बाद फिर से शुरू हो गया है।

इससे पहले अमेरिका में शनिवार शाम से टिकटॉक एप बंद हो गया था। दरअसल, अमेरिका में टिकटॉक पर प्रतिबंध लग गया था, जिसके बाद कानून प्रभावी होने से पहले ही टिकटॉक का अमेरिका में संचालन बंद हो गया। यूजर्स एप पर वीडियो नहीं देख पा रहे थे। यूजर्स को एप पर एक मैसेज दिखाई दे रहा था, जिसमें एप पर प्रतिबंध लगाने की जानकारी दी गई थी। हालांकि, संदेश में कहा गया था कि हमारे साथ जुड़ रहिए। ऐसे में अंदाजा लगाया जा रहा था कि जल्द ही संचालन शुरू हो सकता है।

प्रमुख प्लेस्टोर से हटा दिया गया था एप
टिकटॉक को प्रमुख प्ले स्टोर से भी हटा लिया गया था। टिकटॉक एप एपल और गूगल प्ले स्टोर पर नहीं दिखाई दे रहा था। टिकटॉक पर बीते दिनों एक कानून बनाकर अमेरिकी सरकार ने प्रतिबंध लगा दिया था। हाल ही में अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट ने भी टिकटॉक की पैरेंट कंपनी बाइटडांस को अमेरिका में एप का संचालन बंद करने का आदेश दिया था। हालांकि, ये भी कहा था कि अगर कोई अमेरिकी कंपनी बाइटडांस के शेयर खरीदकर टिकटॉक का संचालन करती है तो एप का अमेरिका में संचालन जारी रह सकता है। कानून के मुताबिक, 19 जनवरी से टिकटॉक पर अमेरिका में प्रतिबंध लग गया था। हालांकि, किसी अमेरिकी कंपनी को बाइटडांस के शेयर बेचने की कवायद जारी है।

90 दिन का अतिरिक्त समय दिया
इस बीच राष्ट्रपति पद की शपथ लेने से पहले एक रैली के दौरान डोनाल्ड ट्रंप ने साफ कहा कि वे टिकटॉक को अमेरिका में प्रतिबंधित नहीं रहने देंगे। उन्होंने कहा कि हमें टिकटॉक को बचाने की जरूरत है। हम अपना बिजनेस चीन नहीं जाने दे सकते। ट्रंप ने बताया कि टिकटॉक को अपना 50 फीसदी बिजनेस अमेरिका को बेचना पड़ेगा, इस शर्त पर टिकटॉक को अमेरिका में संचालन की मंजूरी दी जाएगी। इसके लिए कंपनी के पास 90 दिन का अतिरिक्त समय है। पहले श्ह समयसीमा 19 जनवरी तक थी।

Shashi Kumar Keswani

Editor in Chief, THE INFORMATIVE OBSERVER