TIO, भोपाल

आयोजक पैथोलॉजी विभाग, चिरायु मेडिकल कॉलेज ए,वं हॉस्पिटल, भोपाल और एसोसिएशन ऑफ पैथोलॉजिस्ट्स एंड माइक्रोबायोलॉजिस्ट्स, भोपाल ने किया। सचिव डॉक्टर रमेश माधव ने बताया -मध्य प्रदेश के विभिन्न हिस्सों से आए 200 से अधिक प्रतिनिधियों की भागीदारी के साथ तीन दिवसीय राज्य स्तरीय ऑनकोपैथ सीएमई और कार्यशाला का आयोजन सफलतापूर्वक किया गया।

पहला दिन
कार्यक्रम की शुरुआत प्रयोगशाला तकनीशियनों के लिए हैंड्स-ऑन प्रशिक्षण कार्यशाला से हुई, जिनमें जिला अस्पतालों और मेडिकल कॉलेजों के तकनीशियन शामिल थे।
“प्रेसिजन इन लेबोरेटरी टेक्निक्स” विषय पर यह प्रशिक्षण टाटा मेमोरियल हॉस्पिटल की श्रीमती शिल्पा कुश्टे और श्रीमती सरिका द्वारा दिया गया, जिसमें लगभग 60 तकनीशियनों को स्टेनिंग तकनीक, स्टेन्स की तैयारी, ग्राफ की व्याख्या आदि की जानकारी दी गई।

ट्यूमर बोर्ड मीटिंग
बोन सारकोमा, लिम्फोमा, सर्वाइकल और ओवेरियन कैंसर जैसे जटिल कैंसर मामलों पर चर्चा हेतु एक ट्यूमर बोर्ड मीटिंग आयोजित की गई। इस चर्चा में भाग लिया–

डॉ. अनिता बोर्गेस (प्रसिद्ध हिस्टोपैथोलॉजिस्ट, एस.एल. रहेजा हॉस्पिटल, मुंबई)
डॉ. सुमीत गुर्जराल, डॉ. केदार देवधर, डॉ. मुक्ता रमदवार (टाटा मेमोरियल हॉस्पिटल, मुंबई)
डॉ. जया घोष (गायनी ऑन्कोलॉजिस्ट)
डॉ. मनीष पु्रथी (मस्कुलोस्केलेटल ऑन्कोलॉजिस्ट)
यह सत्र एक बहुविषयक दृष्टिकोण को प्रोत्साहित करने वाला रहा, जिसमें ऑनको सर्जन, ऑन्कोलॉजिस्ट, रेडिएशन ऑन्कोलॉजिस्ट और पैथोलॉजिस्टों ने मिलकर विचार साझा किए।
चिरायु मेडिकल कॉलेज, भोपाल की टीम ने भी भाग लिया–
डॉ. अनिकेत गोयनका, डॉ. अंकित अग्रवाल, श्री दिलीप भोजवानी, डॉ. देश दीपक, डॉ. नितिन खंताल और डॉ. अंजलि कन्हेरे।
इस सत्र को उपस्थित फैकल्टी और पीजी छात्रों के लिए अत्यंत उपयोगी और ज्ञानवर्धक माना गया।

दूसरा दिन
11 अप्रैल को कार्यक्रम का विधिवत उद्घाटन डॉ. अजय गोयनका (प्रेसिडेंट, चिरायु यूनिवर्सिटी) एवं श्रीमती नीलम गोयनका (चांसलर, चिरायु यूनिवर्सिटी) द्वारा किया गया।
आयोजन अध्यक्ष डॉ. रीनी मलिक ने सभी अतिथियों का स्वागत किया।
इस दिन सभी अतिथि वक्ताओं को इस शैक्षणिक आयोजन में उनके योगदान के लिए सम्मानित किया गया।

मुख्य आकर्षण
दूसरे दिन का मुख्य आकर्षण रहा “लाइव टिशू माइक्रोस्कोपी” सत्र, जिसमें राज्यभर के पैथोलॉजिस्टों द्वारा प्रस्तुत रोचक और जटिल मामलों पर केस-आधारित चर्चाएं हुईं।
यह सत्र विशेष रूप से अनोखा रहा क्योंकि इसमें स्लाइड्स को स्क्रीन पर सीधे दिखाकर डायग्नोसिस के दृष्टिकोण पर चर्चा की गई। यह सहभागिता आधारित एवं वास्तविक समय में सीखने वाला अनुभव था।

डॉ. अनूप निगम (प्रेसिडेंट, MP स्टेट चैप्टर IAPM), डॉ. पुनीत टंडन (सेक्रेटरी, IAPM), कर्नल नेमा, डॉ. डी.पी. लोखवानी (फाउंडर वाइस चांसलर, MPMSU), डॉ. वी.के. भारद्वाज, डॉ. पी. राजनी, डॉ. एस.के. गौर और कई वरिष्ठ पैथोलॉजिस्टों ने इस सत्र में भाग लिया।

तीसरा दिन
इस दिन विशेषज्ञों ने विभिन्न कैंसरों की पहचान व इलाज पर व्याख्यान दिए–
डॉ. अनिता बोर्गेस
डॉ. सुमीत गुजराल
डॉ. केदार देवधर
डॉ. मुक्ता रमदवारडॉ. जया घोष
डॉ. श्वेता बंसल
डॉ. नेहा सेठी
डॉ. रूबी खान
विषयों में एंडोमेट्रियल, सर्वाइकल और ओवेरियन कैंसर, बोन ट्यूमर, सॉफ्ट टिशू ट्यूमर, लिम्फोमा और उनके आणविक एवं आनुवंशिक पहलू शामिल थे।
यह सत्र अत्यंत ज्ञानवर्धक रहा और प्रतिभागियों ने सक्रिय भागीदारी की। यह पहली बार था जब मध्य प्रदेश में लाइव माइक्रोस्कोपी के माध्यम से ऐसा अत्याधुनिक अकादमिक सत्र आयोजित हुआ।

समापन समारोह
कार्यक्रम का समापन हुआ। इसमें सबसे भावनात्मक क्षण रहा – पैथोलॉजी के पहले वर्ष के आठ पीजी छात्रों को माइक्रोस्कोप का वितरण।
हर वर्ष की तरह इस बार भी चिरायु मेडिकल कॉलेज द्वारा ये माइक्रोस्कोप छात्रों को दिए गए और इस बार उन्हें प्रतिष्ठित अतिथि वक्ताओं द्वारा वितरित किया गया, जिससे छात्रों में उत्साह का वातावरण था।

डॉ. रमेश माधव (सेक्रेटरी, IAPM भोपाल), डॉ. फराह जलाली मन्नई (प्रोफेसर एवं विभागाध्यक्ष, पैथोलॉजी), और डॉ. शारदा बलानी (संयुक्त सचिव, राज्य चैप्टर IAPM) ने सभी गणमान्य अतिथियों का सम्मान किया।

कार्यक्रम का समापन आयोजन अध्यक्ष डॉ. रीनी मलिक के धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ।

Shashi Kumar Keswani

Editor in Chief, THE INFORMATIVE OBSERVER