TIO, शिवपुरी।
शिवपुरी जिला अस्पताल से बड़ी लापरवाही वाली खबर सामने आई है। यहां पर कड़कड़ाती सर्दी के बीच आधी रात को अस्पताल परिसर के फर्श में एक प्रसूता ने नवजात बच्चे को जन्म दिया है। इतना ही नहीं प्रसव भी साथ आई महिलाओं ने ही कराया, क्योंकि स्टाफ से किसी ने भी अपनी जिम्मेदारी नहीं निभाई। चौंकाने वाली बात यह भी रही कि यह सब कुछ हो जाने के बाद भी डॉक्टरों के मान में जू तक नहीं रेगी। बताया तो यह भी जा रहा है कि पूरा नर्सिंग स्टाफ सोता रहा। राहत की बात यह रही की जच्चा और बच्चा दोनों ही स्वस्थ्य हैं।
जानकारी के अनुसार जिला अस्पताल परिसर में बीती रात करीब 1.30 बजे सर्दी में एक प्रसूता ने फर्श पर नवजात को जन्म दिया। प्रसूता रजनदेवी जाटव सिरसौद थाना क्षेत्र के खोरगार गांव की रहने वाली बताई जा रही है। जिसे प्रसव पीड़ा होने के बाद अस्पताल ले जाया गया था। कई बार मामले की सूचना अस्पताल स्टाफ को दी, लेकिन सर्दी व अधिक रात होने के कारण अस्पताल परिसर में होने के बाद भी कोई नहीं आया। डिलीवरी के बाद परिजनों ने ही वार्ड में प्रसूता और नवजात को लेटाया। अब दोनों ही हालत सामान्य हैं।
गलती स्वीकारने को तैयार नहीं प्रबंधन
प्रसूता महिला रेनी देवी की सास सवोत्रा ने बताया कि डिलीवरी होने की सूचना अस्पताल स्टाफ को दी, लेकिन स्टाफ से कोई भी मौके पर नहीं आया और बाद में जैसे-तैसे उन लोगों ने ही प्रसूता व बच्चे को वार्ड में भर्ती कराया। बताया जा रहा है कि शिवपुरी के जिला अस्पताल स्टाफ ने देर रात व सर्दी होने के फेर में यह लापरवाही बरती। वहीं दूसरी ओर अस्पताल प्रबंधन ऐसा कुछ होने से मना कर रहा है। उनका कहना है कि प्रसव होने के बाद प्रसूता व बच्चें को वार्ड में भर्ती कराया गया है।
अस्पताल में अव्यवस्था का यह पहला मामला नहीं
शिवपुरी जिला अस्पताल में अव्यवस्था का ये पहला मामला नहीं है। इससे पहले एक मृत मरीज की लाश कई घंटे तक पड़ी रही और बेड पर उसकी आंखों में चींटी तक आ गई थीं। इसके अलावा जिला अस्पताल के बाहर प्रसव के कई मामले सामने आ चुके हैं। इन सब मामलों को पूर्व में मप्र मानव अधिकार आयोग संज्ञान में ले चुका है लेकिन इसके बाद भी कोई कार्रवाई संबंधित जिम्मेदार अधिकारी व कर्मचारियों पर नहीं होती है।