TIO, भोपाल।

पूर्व नेता प्रतिपक्ष और विधायक अजयसिंह ने देश की सबसे बड़ी और दूसरी सबसे मुश्किल परीक्षा ‘नीट’ में हुई व्यापक गड़बड़ियों की उच्च स्तरीय न्यायिक जांच की मांग केन्द्र सरकार से की है। उन्होंने दो हफ्ते में जांच पूरी कर, गड़बड़ी मिलने पर दोबारा परीक्षा कराने की मांग भी की है। रिजल्ट की समीक्षा विशेषज्ञों के माध्यम से तत्काल कराई जाये।

अजयसिंह ने कहा है कि सरकार युवाओं के भविष्य से खेलना बंद करे। उन्होंने कहा कि नीट के परिणाम आने के बाद ऐसा क्या हुआ कि पूरे देश के छात्र भड़क गये प्रथम दृष्टया गड़बड़ी की बू आ रही है। पहले रिजल्ट 14 जून को घोषित किया जाना था लेकिन एन.टी.ए.ने बड़ी चालाकी के साथ चुनाव रिजल्ट के दिन चार जून को ही परिणाम घोषित कर दिया। परीक्षा केन्द्र में एक ही लाइन में बैठे 12 लोगों की रैंक वन कैसे आ जाती है। यानी सौ में से पूरे सौ।

सिंह ने कहा कि नीट पेपर लीक की भी शिकायत हुई है लेकिन एन.टी.ए. ने कहा कि कोई पेपर लीक नहीं हुआ। जबकि पटना में पेपर लीक की शिकायतें हुई और पुलिस ने लोगों को गिरफ्तार भी किया। यह सब सरकार की मंशा पर सवालिया निशान लगाता है। अव्वल तो परीक्षा समय पर नहीं होती है। परीक्षा हो जाये तो पेपर लीक हो जाता है और बाद में हंगामा होने पर परीक्षा निरस्त हो जाती है। इसका खामियाजा विद्यार्थियों भुगतना पड़ता है। यह पूरा एक चक्र है जो विद्यार्थियों के जीवन मरण से जुड़ा है। अव्यवस्था से निराश युवा हजारों की संख्या में आत्म हत्या कर चुके है। अभी हाल ही में नीट का रिजल्ट आने के बाद एक लड़की ने कूद कर आत्महत्या कर ली। धांधलियों को रोकने के लिये कड़े कानून की आवश्यकता है।

अजयसिंह ने कहा कि युवाओं की परेशानियों को सुनकर ही राहुल गांधी जी कांग्रेस के न्याय पत्र में भर्ती विधान जुड़वाया है। इसके अनुसार देश में सारी वेकेंसी भरी जायेगीे कैलेंडर के हिसाब से परीक्षा होगी । एक नया कड़ा कानून बनाया जायेगा ताकि परीक्षा में सांठ-गांठ करने वालों और पेपर लीक करने वालों पर कड़ी कार्यवाही हो सके। उन्होंने कहा कि “परीक्षा पर चर्चा” का नाटक बंद किया जाये और परीक्षा सुधार को लागू किया जाये।

Shashi Kumar Keswani

Editor in Chief, THE INFORMATIVE OBSERVER