TIO, नई दिल्ली।
पूरा उत्तर भारत इन दिनों गर्मी का सितम झेल रहा है। यहां के कई शहरों में तापमान 48 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच गया है लेकिन पड़ोसी देश पाकिस्तान का हाल इससे भी ज्यादा बेहाल है। पूरा पाकिस्तान भी भीषण गर्मी का सामना कर रहा है, हाल इतना बुरा है कि ऐतिहासिक मोहनजोदड़ो और दादू में तापमान 50 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो इस सीजन का सबसे ज्यादा तापमान रहा। वहीं, कई अन्य शहरों में पारा 46 डिग्री से अधिक पहुंच गया।
मोहनजोदड़ो शहर में 50 डिग्री पारा
पाकिस्तान मौसम विज्ञान विभाग (पीएमडी) के मुताबिक, अभी हीटवेव कम से कम एक और हफ्ते तक जारी रह सकती है। पीएमडी रिकॉर्ड से पता चलता है कि गुरुवार (23 मई) को सिंध के दादू और मोहनजोदड़ो शहर में अधिकतम तापमान 50 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि सिंध के अन्य शहरों जैसे नवाब शाह और मीठी में अधिकतम तापमान 48 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। बता दें कि मोहनजोदड़ो पुरातात्विक स्थलों के लिए जाना जाता है। भारतीय समाज के लिए भी ये शहर बेहद खास रहा है।
कई शहरों में 46 के पार तापमान
इसके अलावा, पाकिस्थान में स्थित पंजाब के डी जी खान में अधिकतम तापमान 47 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया, जबकि बलूचिस्तान में, सिब्बी में 48 डिग्री सेल्सियस रहा और खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में डेरा इस्माइल खान शहर में अधिकतम तापमान 46 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। बुधवार को मोहनजोदड़ो का तापमान 49 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था।
गर्मी के सितम से पाकिस्तान में फ्लैश फ्लड की संभावना
21 मई को, पीएमडी ने एक्स के अपने आधिकारिक हैंडल पर पोस्ट किया था: ह्ल21-27 मई 2024 तक गिलगित बाल्टिस्तान और खैबर पख्तूनख्वा में दिन का तापमान सामान्य से 4-6 डिग्री सेल्सियस अधिक रहने की उम्मीद है। यह स्थिति संभावित रूप से फ्लैश फ्लड की संभावना को बढ़ा सकती है।”
भारत में भी 48.8 डिग्री पहुंचा पारा
बता दें कि भारत का बड़ा हिस्सा भी गुरुवार को लगातार सातवें दिन लू की चपेट में रहा। राजस्थान के बाड़मेर में पारा 48।8 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया, जो इस साल अब तक देश में दर्ज किया गया सबसे अधिक तापमान है। वहीं उत्तर भारत के आठ राज्यों में पारा 43 डिग्री से ऊपर बना हुआ है। गुजरात में भी पारा 45 के पार है।
भारत के लिए बेहद खास है मोहनजोदड़ो
एतिहासिक मोहनजोदड़ो को मौत का टीला या मुर्दों का टीला कहा जाता है। ये सिंधु घाटी सभ्यता के प्रमुख नगर हड़प्पा के अंतर्गत आता है, जिसका भारतीय समाज में खास महत्व है। मोहनजोदड़ो विशाल टीलों से पटा हुआ है। खुदाई के दौरान हड़प्पा और मोहनजोदड़ों में असंख्य देवियों की मूर्तियां मिलीं, ये मातृदेवी या प्रकृति देवी की मूर्तियां थीं, जिनकी पूजा आज भी भारत में की जाती है। यहां हुई खुदाई से हिंदू धर्म की प्राचीनकाल की स्थिति का पता चला। इसे सबसे प्राचीन और पूरी तरह विकसित नगर भी माना गया। हालांकि इसे दुनिया की सबसे रहस्यमयी सभ्यता भी माना जाता है क्योंकि अभी तक इसके पतन का खुलासा नहीं हो सका है।