शशी कुमार केसवानी
नवरात्रों का एक अलग ही उत्सव होता है। जहां आने वाले कई फेस्टिवल की तैयारियां शुरू हो जाती है। साथ ही साथ नवरात्रों का एक अलग जायका भी रहता है। खास बात यह है कि इस बार नवरात्रि दस दिनों की है। ऐसा ज्योतिषाचार्यों का कहना है। नवरात्रि में देश भर में अलग-अलग व्यंजन बनाए जाते हैं। फलाहार के रूप में खाने के लिए लोग स्वच्छ और शुद्ध जगह ढूंढ़ते रहते हैं। पिछले 70 सालों से ऐसा ही भोपाल के आगरा मिष्ठान भंडार चौक बाजार में अपनी दुकान को फलाहारी के रूप में बदल लेते हैं। जहां पर खाने के लिए आलू चाट, साबूदाने के बड़े, साबूदाने की खिचड़ी, सिंघाड़े का हलवा, कई तरह के मावे के व्यंजन और सेंधा नमक से बनी कई तरह की नमकील आपको एक ही जगह साफ-सुथरे माहौल में खाने को मिल जाएंगनी। मैंने तो सभी का स्वाद लिया। अगर आपका व्रत है तो यह जायका जरूर चखिए। दुकान की खूबी यह है कि व्रतधारियों के अलावा अन्य लोग भी आते हैं, जिनमें कई जाति, धर्म के लोग भी यह जायका हर वर्ष लेते हैं। इतना ही नहीं, जायकों का स्वाद लेने के लिए लोग दूर दूर से भी आते हैं।