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मध्यप्रदेश के कई जिलों में अगले 24 घंटों में भारी से अति भारी बारिश होगी। मौसम विभाग ने उज्जैन संभाग और राजगढ़ जिले के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। ग्वालियर, नर्मदापुरम, इंदौर और भोपाल संभाग के कुछ जिलों में अति भारी बारिश की चेतावनी दी गई है। चंबल, सागर और जबलपुर संभाग में भारी बारिश की संभावना है। लगातार बारिश के कारण मंदसौर के गांधी सागर बांध के 19 गेट खोल दिए गए हैं। गेट खुलने के बाद मध्यप्रदेश से लेकर राजस्थान के कोटा तक अलर्ट जारी किया गया है। बारिश के बाद राजधानी की सड़कों के बुरे हाल हो गए हैं।

रतलाम में रातभर में 6 इंच बारिश हो चुकी है। यहां मंगलवार को भी भारी बारिश हो रही है। भोपाल जिला प्रशासन ने भी अलर्ट जारी किया है। नर्मदापुरम में नर्मदा नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। सुखतवा पुल पर पानी आने से भोपाल-नागपुर हाईवे करीब 24 घंटे से बंद है। विदिशा में करीब 2000 हजार लोग बाढ़ से घिर गए। इनमें से करीब 100 लोगों को रेस्क्यू किया गया है। मंदसौर में रातभर से बारिश हो रही है। राजगढ़ में भारी बारिश से एक मकान गिर गया। मलबे में दबने से एक महिला की मौत हो गई।

भोपाल समेत 12 जिलों में स्कूलों में छुट्टी
प्रदेश में लगातार हो रही बारिश की स्थिति को देखते हुए भोपाल, इंदौर, उज्जैन, रतलाम, सागर, विदिशा, अशोकनगर, राजगढ़ और शिवपुरी जिले में आज (मंगलवार) को स्कूलों में छुट्टी घोषित की गई है। इसके अलावा आगर मालवा, नर्मदापुरम और देवास जिले में भी मंगलवार को स्कूलों की छुट्टी की गई है

अल्पना तिराहे पर दिव्यांग का शव बारिश के पानी में घंटों पड़ा रहा। शव का आधा हिस्सा पानी में डूबा था। टीआई संदीप पवार का कहना है कि शव मिलने की सूचना उन्हें मिली थी। मौके पर पहुंची मंगलवारा पुलिस ने शव मॉर्चुरी में रखवा दिया है।

बारिश रोकने मेढ़क-मेढ़की का तलाक
मध्यप्रदेश में सबसे ज्यादा बारिश भोपाल में हो रही है। भारी बारिश से निजात पाने के लिए भोपाल के शिव मंदिर में मेढ़क-मेढ़की का रीति रिवाजों के साथ तलाक कराया गया। जुलाई में बारिश न होने के चलते शिव शक्ति मंडल के लोगों ने मेढ़क-मेढ़की की शादी कराई थी। लेकिन भारी बारिश के चलते परेशान मंडल के लोगों ने ही सोमवार को दोनों का तलाक कराय। इस दौरान दर्जन भर लोगों ने मंदिर में पूजा की। पुजारी ने कहा कि कभी-कभी एक टोटके को खत्म करने के लिए दूसरा करना पड़ता है।

मध्यप्रदेश में लगातार बारिश से कई जिलों में बाढ़ की स्थिति बनी हुई है। मंगलवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बाढ़ प्रभावित जिलों की समीक्षा की और अधिकारियों से जानकारी ली। मौसम विभाग के रेड अलर्ट को देखते सीएम ने अधिकारियों को राहत एवं बचाव कार्य तेज करने के निर्देश दिए हैं।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अधिकारियों को बचाव कर निकाले गए लोगों की समुचित व्यवस्था के निर्देश दिए। साथ ही राहत कैंप में भोजन समेत सभी जरूरी सुविधाएं उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। वहीं, उन्होंने अतिवृष्टि या प्रभावित स्थानों में फंसे लोगों को फूड पैकेट बांटने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने मौसम विभाग के अगले 24 घंटे में कई जिलों में भारी बारिश और बाढ़ प्रभावित इलाकों के प्रभावित स्थानों से लोगों को निकालने के रेस्क्यू ऑपरेशन को तेज करने के निर्देश दिए।

सीएम को अधिकारियों ने बताया कि एसडीआरएफ, एनडीआरएफ की टीमें प्रभावित इलाकों में मौजूद हैं, जिला प्रशासन और होमगार्ड के जवान भी बोट के द्वारा रेस्क्यू में लगे हुए हैं। हेलीकाप्टर से भी लोगों को निकाला जा रहा है। गांवों को चिन्हित कर लगातार लोगों का रेस्क्यू जारी है।

अधिकारियों ने बताया कि नर्मदा नदी में अब जलस्तर स्थिर हो रहा है। बेतवा नदी में भी तेजी से जल स्तर सामान्य हो रहा है। भोपाल, नर्मदापुरम संभाग में आज सामान्य बारिश और बूंदा-बांदी की स्थिति रहेगी। मुख्यमंत्री ने विदिशा, रायसेन, राजगढ़ कलेक्टर से विस्तृत चर्चा कर जानकारी ली। सीएम ने प्रत्येक गांव जहां पानी है, जो राहत कैंप बनाए हैं उनकी जानकारी ली। विदिशा में पेयजल की व्यवस्था को दुरुस्त करने के निर्देश दिए हैं।

मुख्यमंत्री ने गुना जिला प्रशासन और ग्वालियर कमिश्नर से फोन पर चर्चा कर गुना और आस पास के प्रभावित क्षेत्रों की जानकारी ली है। पार्वती के कैचमेंट एरिया में बसे गांवों के लोगों को सतर्क रहने और वहां प्रशासन द्वारा स्थिति की निरंतर समीक्षा के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि अतिवृष्टि और प्रभावित क्षेत्रों में फंसे लोगों को शाम से पहले रेस्क्यू करें।

भोपाल की स्थिति की जानकारी जिला प्रशासन और मंत्री विश्वास सारंग द्वारा दी गई। भोपाल में अतिवृष्टि से हुए बिजली के मेजर फाल्ट, बिजली इन्फ्रास्ट्रक्चर को हुए नुकसान को तेजी से ठीक करने के निर्देश दिए गए। विषम परिस्थितियों में पूरी रात बिजली आपूर्ति बहाल करने में जुटे रहे बिजली कर्मचारियों, सड़कों पर पड़े पेड़ों को हटाने में, अवरुद्ध मार्गों को ठीक करने में नगर निगम के कर्मचारी जुटे रहे।

चंबल, पार्वती और सिंध नदी में पानी के बढ़ रहे संभावित स्तर को लेकर भिंड, मुरैना, श्योपुर को सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं। अतिवृष्टि से हुए फसल नुकसान, सड़क, पुलिया सहित अन्य नुकसान की जानकारी शीघ्र मुख्यमंत्री कार्यालय को देने के निर्देश दिए गए। बैठक में मंत्री विश्वास सारंग, सीएस, डीजीपी, एसीएस राजौरा, एसएन मिश्रा, पीएस मुख्यमंत्री सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।

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Shashi Kumar Keswani

Editor in Chief, THE INFORMATIVE OBSERVER