TIO, प्रयागराज

प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में बुधवार को मौनी अमावस्या स्नान पर साढ़े सात करोड़ से ज्यादा लोगों ने संगम में डुबकी किया। आबादी के लिहाज से देखा जाए तो भारत के राज्यों को तो छोड़िए, यह आबादी कई देशों की जनसंख्या से भी ज्यादा है। स्पेन, ब्रिटेन जैसे देशों की आबादी कुंभ में एक दिन में स्नान करने वाले श्रद्धालुओं से भी कम। इसी तरह जनसंख्या घनत्व के लिहाज से देखें तो आॅस्ट्रेलिया जैसे देश में जहां जनसंख्या घनत्व चार व्यक्ति प्रति वर्ग किमी से भी कम है। वहीं, मौन अमावस्या पर आए श्रद्धालुओं और प्रयागराज की जनसंख्या को जोड़कर देखें तो मौनी अमावस्या के दिन जिले का जनसंख्या घनत्व 15 हजार प्रति वर्ग किमी से भी ज्यादा था।

यूरोप के सबसे बड़े देश से भी ज्यादा प्रयागराज में लोगों की मौजूदगी
रात आठ बजे तक आकंड़ों को मुताबिक प्रयागराज में मौनी अमावस्या पर 7.64 करोड़ लोगों ने डुबकी लगाई। जिले की आबादी 72 लाख से ज्यादा है। यानी, मौनी अमावस्या के दिन जिले में साढ़े आठ करोड़ से ज्यादा लोगों की मौजूदगी रही। वहीं, यूरोप में सबसे बड़े देश जर्मनी जिसकी आबादी 8 करोड़ से ज्यादा है, मौनी अमावस्या के दिन उसकी आबादी भी प्रयागराज पहुंची भीड़ से कम पड़ गई। इसी तरह ब्रिटेन की आबादी 6 करोड़ 91 लाख है, तो वहीं फ्रांस की जनसंख्या 6.65 करोड़ ही है।

इतना ही नहीं दक्षिण अमेरिका के 54 देशों में से सिर्फ तीन देशों की आबादी ही मौनी अमावस्या पर प्रयागराज से ज्यादा रही। इनमें अमेरिका, ब्राजील और मैक्सिको शामिल हैं। जबकि कोलंबिया, अर्जेंटीना, कनाडा से लेकर उरुग्वे तक महाकुंभ में प्रयागराज में मौनी अमावस्या पर लोगों की मौजूदगी से कम रहे।

एशिया में भी अधिकतर देशों से ज्यादा रही प्रयागराज की आबादी
मौनी अमावस्या के दिन प्रयागराज की जनसंख्या एशियाई देशों से भी अधिक रही। एशिया के कुल 51 देशों में से इस दिन सिर्फ 10 देशों की जनसंख्या ही प्रयागराज से ज्यादा रही। वहीं, 10 करोड़ की जनसंख्या वाले वियतनाम से लेकर 9 करोड़ की आबादी वाले ईरान तक की आबादी प्रयागराज से कम रही। एशिया में सिर्फ चीन, इंडोनेशिया, पाकिस्तान, बांग्लादेश, जापान और फिलीपींस, वियतनाम, ईरान, तुर्किये की आबादी ही मौनी अमावस्या के दिन प्रयागराज से ज्यादा दर्ज की गई। दुनियाभर में भारत समेत केवल 18 देश हैं, जिनकी आबादी साढ़े आठ करोड़ से ज्यादा है।

Shashi Kumar Keswani

Editor in Chief, THE INFORMATIVE OBSERVER