TIO, नई दिल्ली।

8 अप्रैल यानी आज सोमवार को साल का पहला सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है। यह सूर्य ग्रहण मीन राशि और रेवती नक्षत्र में लगने जा रहा है। साल का पहला सूर्य ग्रहण चैत्र अमावस्या के दिन लगने जा रहा है। ज्योतिषियों की मानें तो, सूर्य ग्रहण खगोलीय घटना है। सूर्य ग्रहण तब लगता है जब चंद्रमा पृथ्वी और सूर्य के बीच में आ जाता है, जिससे सूर्य की दृष्टि पूरी तरह या आंशिक रूप से अवरुद्ध हो जाती है। यह सूर्य ग्रहण भारत में नहीं दिखेगा। कनाडा, उत्तरी अमेरिका, मैक्सिको में दिखाई देगा। इसके अलावा कोस्टा रिका, क्यूबा, डोमिनिका, फ्रेंच पोलिनेशिया, जमैका, आयरलैंड, इंग्लैंड के उत्तर पश्चिम क्षेत्र, पश्चिमी यूरोप, पेसिफिक, अटलांटिक, आर्कटिक में ये ग्रहण दिखेगा।

सूर्य ग्रहण आज रात 9 बजकर 12 मिनट से शुरू हो जाएगा और इसका समापन 9 अप्रैल यानी कल रात 2 बजकर 22 मिनट पर होगा। इस सूर्यग्रहण का मध्य समय रात 11 बजकर 47 मिनट पर होगा। यह पूर्ण सूर्यग्रहण होगा, जो भारत में दर्शनीय नहीं होगा। सूर्य ग्रहण की अवधि 05 घंटे 10 मिनट की होगी।

क्यों खास है ये सूर्य ग्रहण
इस साल का पहला सूर्य ग्रहण अपने आप में ही खास माना जा रहा है। आज लगने वाला पूर्ण सूर्य ग्रहण होगा और ये काफी लंबा सूर्य ग्रहण माना जा रहा है। हालांकि, यह ग्रहण भारत में दृश्यमान नहीं होगा। बल्कि, कनाडा, उत्तरी अमेरिका, मैक्सिको में दिखाई देगा। इस पूर्ण सूर्य ग्रहण की शुरूआत दक्षिण प्रशांत महासागर से होगी। इससे पहले इस तरह का सूर्य ग्रहण वर्ष 1970 में दिखा था और अगली बार साल 2078 में दिखेगा।

सूर्य ग्रहण पर ग्रहों की स्थिति
इस ग्रहण में सूर्य, चंद्रमा और शुक्र का संयोग बनेगा। राहु, केतु का अक्ष मीन और कन्या राशि में प्रभावशाली हो जाएगा। साथ ही इसमें सूर्य, मंगल और केतु का प्रभाव बन गया है।

सूर्य ग्रहण का देश दुनिया पर प्रभाव
सूर्य ग्रहण का प्रभाव पूरी दुनिया के लोगों पर पड़ेगा। दुनियाभर में इस सूर्य ग्रहण से राजनैतिक रूप से भयंकर उथल पुथल मचा सकता है। शेयर बाजार और दुनिया भर की आर्थिक स्थिति हिल सकती है। ये परिवर्तन विश्व भर में युद्ध और विस्फोट के संकेत दे रहा है।

सूर्यग्रहण में क्या सावधानी बरतें
ग्रहण काल में सामान्यत: सूतक लग जाता है। इस काल में बहुत सारी सावधानियां का पालन करना पड़ता है। हालांकि, ये ग्रहण भारत में नहीं दिखेगा। इसीलिए, नियमों के पालन की कोई आवश्यकता नहीं होगी। गर्भवती महिलाओं को चिंता की कोई आवश्यकता नहीं है।

ग्रहण काल में क्या करना लाभकारी होगा
ग्रहणकाल में मंत्र जाप करना, ध्यान करना विशेष लाभकारी होगा।
ग्रहणकाल में की गई पूजा निश्चित रूप से स्वीकार होती है।
मंत्र सिद्ध करना या दीक्षा लेना ग्रहण काल में विशेष शुभ होता है।
ग्रहण के बाद स्नान करके किसी निर्धन को दान अवश्य करें।

सूर्य ग्रहण का राशियों पर प्रभाव
इस ग्रहण का प्रभाव अगले एक महीने तक दुनिया पर पड़ेगा। अलग-अलग राशियों पर भी इसका प्रभाव दिखा देगा। यह सूर्य ग्रहण कर्क, कन्या, वृश्चिक, कुंभ और मीन राशि के लिए मध्यम फलदायी रहेगा। वृषभ, मिथुन, तुला और मकर राशि के लिए ये परिणाम उत्तम होंगे। वहीं, मेष, सिंह और धनु राशि वालों को विशेष सावधानी रखनी होगी।

कब लगता है पूर्ण सूर्य ग्रहण
जब पृथ्वी, सूर्य तथा चंद्रमा एक सीधी रेखा में होते हैं, इसके कारण पृथ्वी के एक भाग पर पूरी तरह से अंधेरा छा जाता है, तब पूर्ण सूर्य ग्रहण की स्थिति बनती है।

Shashi Kumar Keswani

Editor in Chief, THE INFORMATIVE OBSERVER