TIO, चंडीगढ़
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ में आतंकी हमले की साजिश में बब्बर खालसा इंटरनेशनल (बीकेआई) के आतंकी हरप्रीत सिंह उर्फ हैप्पी पासिया की भूमिका संदेह के घेरे में है। इसकी सबसे बड़ी वजह महाकुंभ में आतंकी हमले की साजिश में गिरफ्तार खालिस्तान समर्थक आतंकी लजर मसीह से पासिया का गहरा संबंध माना जा रहा है। बीकेआई का गुर्गा लजर मसीह हैप्पी पासिया के इशारे पर असलहा और ड्रग्स की सप्लाई करता था। केंद्रीय एजेंसियों की जांच में पासिया की संदिग्ध भूमिका नजर आ रही है।
कौशांबी से गिरफ्तार हुआ था लजर
महाकुंभ में हमले की साजिश के आरोप में पंजाब के आतंकी लजर मसीह को एंटी टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने मार्च 2025 में यूपी के कौशांबी से गिरफ्तार किया था। आतंकी के कब्जे से तीन हैंड ग्रेनेड, दो जिलेटिन रॉड, दो डेटोनेटर, 7.62 एमएम की रूसी पिस्टल बरामद हुई थी।
लजर को बीकेआई में लेकर आने वाला हैप्पी पासिया
सूत्रों के अनुसार एजेंसियों की जांच में उजागर हो चुका है कि हैप्पी पासिया ने शुरूआती दौर में पंजाब, हरियाणा सहित एनसीआर में गुर्गे सेट कर रखे थे। अभी तक कुछ गुर्गे उसके संपर्क में चल रहे हैं। वहीं, बीकेआई में लजर को लेकर आने वाला हैप्पी पासिया हैं, जिसने लजर के अमृतसर निवासी एक दोस्त के जरिये उसकी एंट्री कराई थी। यह तथ्य पहले भी सामने आ चुका है कि लजर ने हैप्पी के गिरोह को कई बार हैंड ग्रेनेड, चीनी पिस्टल और हेरोइन सप्लाई करने की बात भी स्वीकार की थी।
वहीं, लजर हैप्पी के करीबी खालिस्तानी आतंकी हरविंदर सिंह उर्फ रिंदा के संपर्क में भी था। रिंदा पाकिस्तान में छिपकर आईएसआई के साथ मिलकर काम कर रहा है। रिंदा भी चंडीगढ़ स्थित पंजाब यूनिवर्सिटी का छात्र रहा है। यह आतंकियों और गैंगस्टरों की टीम एक-दूसरे से जुड़ी हुई है। लजर भी बीकेआई व आईएसआई गठजोड़ की कड़ी का हिस्सा है। सूत्रों की माने तो लजर की गिरफ्तारी के बाद बीकेआई और आईएसआई की ओर से महाकुंभ में हमले की साजिश सामने आई थी। जांच एजेंसियों को पहले से संदेह है कि महाकुंभ में हमले की साजिश में आतंकी हरविंदर सिंह उर्फ रिंदा व हैप्पी पासिया सहित अन्य शामिल हैं।