TIO, काबुल।

तालिबान ने अफगानिस्तान में पाकिस्तानी हवाई हमलों का मुंहतोड़ जवाब दिया है। तालिबान की सेनाओं ने डूरंड रेखा के पास स्थित पाकिस्तानी सैन्य चौकियों को ध्वस्त कर दिया। अफगान मीडिया ने रक्षा मंत्रालय के हवाले से हमले की पुष्टि की है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, अफगान रक्षा मंत्रालय ने कहा कि पाकिस्तान की आक्रमकता का जवाब देते हुए तालिबान के सीमा बल ने भारी हथियारों के साथ पाकिस्तानी सैन्य केंद्रों को निशाना बनाया है। अफगानिस्तान का रक्षा बल किसी भी आक्रमक कार्रवाई का जवाब देने के लिए तैयार है। हम हर परिस्थिति में अपनी अखंडता और संप्रभुता की रक्षा करेंगे।

पाकिस्तान ने अफगानिस्तान में घुसकर की थी एयरस्ट्राइक
दरअसल, सोमवार सुबह सात बजे डूरंड रेखा पर तालिबान और पाकिस्तानी सीमा सुरक्षा बलों के बीच झड़प हो गई थी। इसके बाद पाकिस्तान की ओर से रॉकेट हमले किए गए। इस वजह से अफगानिस्तान के दंडपाटन इलाके के लोगों को अपने घर खाली करने पड़ गए। इसके बाद पाकिस्तान ने अफगानिस्तान के खोस्त और पक्तिका प्रांतों में हवाई हमले किए, जिससे दोनों देशों के बीच तनाव और बढ़ गया। अफगानी रक्षा मंत्रालय ने कहा कि पाकिस्तानी लड़ाकू विमानों ने एक बार फिर अफगान क्षेत्र में प्रवेश किया। उन्होंने पक्तिका प्रांत के बरमेल जिले और खोस्त प्रांत के सेपेरा जिले में बमबारी की। रहवासी इलाकों में हुए पाकिस्तानी हमलों के कारण महिलाओं और बच्चों सहित आठ लोगों की मौत हो गई।

तालिबान ने पाकिस्तान को धमकाया
तालिबान ने हमले की कड़ी निंदा की। उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी हवाई हमले अफगानिस्तान की संप्रभुता का उल्लंघन है। तालिबान के प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद ने पाकिस्तान को चेतावनी देते हुए कहा कि अफगानिस्तान की संप्रभुता का उल्लंघन बर्दाश्त नहीं होगा। इसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। इसके अलावा, तालिबान के उपप्रवक्ता हमदुल्ला फितरत ने कहा कि अफगानिस्तान का इस्लामिक अमीरात इन हमलों की कड़ी निंदा करता है।

पाकिस्तान ने कहा- हमने आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई की
हालांकि, पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय का कहना है कि उन्होंने अफगानिस्तान में आतंकवाद विरोधी अभियान को अंजाम दिया है। अभियान का उद्देश्य हाफिज गुल बहादुर समूह के आतंकवादियों का विनाश था। तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) के साथ-साथ हाफिज गुल बहादुर समूह भी पाकिस्तान के अंदर हुए कई आतंकी हमलों का जिम्मेदार था। दोनों प्रतिबंधित संगठनों के कारण पाकिस्तान के सैकड़ों नागरिकों और कानून प्रवर्तन अधिकारियों की मौत हुई है। शनिवार को ही उत्तरी वजीरिस्तान के मीर अली में स्थित एक सुरक्षा चौकी पर हमला किया गया था, जिसमें सात पाकिस्तानी सैनिकों की जान चली गई थी।

Shashi Kumar Keswani

Editor in Chief, THE INFORMATIVE OBSERVER