TIO, वॉशिंगटन।

एलन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स के रॉकेट फाल्कन 9 में मिशन के दौरान तकनीकी खराबी आने को अमेरिका के संघीय उड्डयन प्रशासन ने गंभीरता से लिया है और रॉकेट की उड़ान पर रोक लगा दी है। गौरतलब है कि बीते तीन महीने में यह तीसरी बार है, जब स्पेसएक्स के रॉकेट की उड़ान पर रोक लगाई गई है। स्पेसएक्स ने शनिवार को दो अंतरिक्षयात्रियों को अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन पर भेजा था। इसी दौरान आई तकनीकी खराबी के चलते संघीय उड्डयन प्रशासन ने रॉकेट की उड़ान रोकने का फैसला किया है।

मिशन के दौरान आई गड़बड़ी
दरअसल मिशन के दौरान जब रॉकेट अंतरिक्षयात्रियों को अंतरिक्ष में आगे की तरफ धकेलता है तो उस दौरान रॉकेट का इंजन में कुछ दिक्कत आई, जबकि यह रुटीन प्रक्रिया थी। हालांकि अंतरिक्षयात्री सुरक्षित आईएसएस पर पहुंच गए। अमेरिका के संघीय उड्डयन प्रशासन (वरऋअअ) ने बताया कि इस दौरान किसी कोई चोट नहीं आई और किसी नुकसान की भी खबर नहीं है।

घटना पर स्पेसएक्स ने बयान जारी कर बताया कि ‘बूस्टर ने डी-आॅर्बिट बर्न का अनुभव किया और इसके चलते दूसरा चरण सुरक्षित रूप से समुद्र में उतरा, लेकिन लक्षित क्षेत्र के बाहर। हम इसके मूल कारण को समझने के लिए लॉन्चिंग फिर से शुरू करेंगे।’ गौरतलब है कि इससे पहले स्पेसएक्स के रॉकेट की उड़ान पर जुलाई में भी रोक लगा दी गई थी। इसके 15 दिन बाद फाल्कन 9 की उड़ानें फिर से शुरू हुई, लेकिन फिर से अगस्त में भी फाल्कन 9 के धरती पर वापस उतरने में भी तकनीकी खराबी का सामना करना पड़ा था, जिसके बाद संघीय उड्डयन प्रशासन ने फिर से फाल्कन 9 की उड़ान रोक दी थी। हालांकि तीन दिन बाद ही फिर से उड़ान को मंजूरी दे दी गई।

रॉकेट की उड़ान की निगरानी करती है यूएसएफएए
उल्लेखनीय है कि अमेरिका की संघीय उड्डयन प्रशासन एजेंसी रॉकेट लॉन्च और रॉकेट री-एंट्री को उस सीमा तक नियंत्रित करती है, जिससे वे सार्वजनिक सुरक्षा के लिए खतरा न हो। स्पेसएक्स ने 2024 की शुरूआत से ही हर हफ़्ते औसतन दो से तीन रॉकेट लॉन्च किए हैं, जो अंतरिक्ष क्षेत्र में अपने प्रतिद्वंद्वियों से कहीं ज्यादा है।

Shashi Kumar Keswani

Editor in Chief, THE INFORMATIVE OBSERVER