नई दिल्ली। गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट में आम आदमी पार्टी के नेता और दिल्ली सरकार के पूर्व मंत्री सत्येंद्र जैन की जमानत याचिका पर सुनवाई हुई। इस सुनवाई के दौरान ईडी की तरफ से पेश हुए अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल एसवी राजू ने सत्येंद्र जैन की सेहत को लेकर हैरानी जताते हुए कहा कि जब भी जैन की जमानत याचिका पर सुनवाई होती है, तभी वह बेहोश हो जाते हैं। एसवी राजू ने जस्टिस बेला एम त्रिवेदी और जस्टिस पंकज मित्तल की पीठ के समक्ष कहा कि ‘ऐसा कहा जाता है कि बिजली कभी भी एक ही जगह पर दो बार नहीं गिरती।’
क्या हुआ कोर्ट की सुनवाई के दौरान
अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल ने कहा कि ‘जब भी जैन को जमानत चाहिए होती है, वह मेडिकल आधार पर जमानत मांगते हैं और अस्पताल में भर्ती हो जाते हैं। जब भी कोर्ट में जमानत पर सुनवाई होती है, तभी वह बेहोश हो जाते हैं, जो कि एक हैरान करने वाली स्थिति है।’ हालांकि जैन की तरफ से सुप्रीम कोर्ट में पेश हुए वकील ने इन दावों को खारिज कर दिया। इसके बाद पीठ ने मामले को मामले को 17 जनवरी को सुनवाई के लिए लिस्ट कर दिया। साथ ही तब तक जैन की अंतरिम जमानत को भी अगले आदेश तक बढ़ा दिया।
ईडी ने जैन पर लगाए ये आरोप
सत्येंद्र जैन मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपी हैं और इस मामले में पिछले साल मई में उन्हें अंतरिम जमानत मिली थी। उसके बाद से जैन की जमानत अवधि लगातार बढ़ रही है। एसवी राजू ने अदालत को सत्येंद्र जैन पर लगे आरोपों की जानकारी देते हुए बताया कि जेपी मोहटा, सत्येंद्र जैन के चार्टर्ड अकाउंटेंट थे। जैन काले धन को सफेद करना चाहते थे और इसके लिए जैन ने मोहटा से तरीका खोजने को कहा था। जैन ने मोहटा को यह भी बताया कि वह कोलकाता में कुछ आॅपरेटर्स को जानते हैं जो शेल कंपनियों के जरिए काले धन को सफेद कर सकते हैं। इसके लिए वह थोड़ा कमीशन लेंगे और आपका पैसा शेयरों के रूप में आएगा। एसवी राजू ने बताया कि इन शेयरों की कीमत बढ़ाई गई ताकि ज्यादा पैसा आ सके।