TIO, नई दिल्ली
जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले में एक अज्ञात बीमारी से मरने वालों की संख्या बढ़कर आठ हो गई है। बुधवार को एक अस्पताल में रहस्यमय बीमारी से एक और बच्चे की मौत हो गई, जिसके बाद अधिकारियों ने प्रभावित गांव में मामलों और मौतों की जांच में सहायता के लिए विशेषज्ञों की एक केंद्रीय टीम गठित की है। अधिकारियों के मुताबिक, जांच में तेजी लाने और बीमारी की पहचान करने के लिए राजौरी में एक बायोसेफ्टी लेवल 3 (बीएसएल-3) मोबाइल प्रयोगशाला भेजी गई है।
सरकारी मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान मौत
अधिकारियों ने बताया कि मोहम्मद रफीक के 12 वर्षीय बेटे अशफाक अहमद की छह दिनों तक जम्मू के सरकारी मेडिकल कॉलेज (जीएमसी) में भर्ती रहने के बाद मौत हो गई। उसे पहले इलाज के लिए चंडीगढ़ रेफर किया गया था, लेकिन उसकी जान नहीं बच सकी। अशफाक के छोटे भाई-बहन सात वर्षीय इश्तियाक और पांच वर्षीय नाजिया की पिछले गुरुवार को मौत हो गई। अशफाक की मौत के साथ ही कोटरंका तहसील के बदहाल गांव में मरने वालों की संख्या आठ हो गई है। सभी मृतक एक ही गांव के दो परिवारों के थे।
केंद्रीय टीम गठित
राजौरी के उपायुक्त (डीसी) अभिषेक शर्मा ने बदहाल गांव में जमीनी हालात का आकलन करने के लिए सोमवार को कोटरंका का दौरा किया, जहां 14 साल से कम उम्र के छह बच्चों सहित सात लोगों की अज्ञात बीमारी के कारण मौत हो गई। एक अधिकारी ने कहा, ‘घटना के जवाब में राजौरी में एक बायोसेफ्टी लेवल 3 (बीएसएल-3) मोबाइल प्रयोगशाला भेजी गई है। इसके अतिरिक्त, मामलों और मौतों की जांच में केंद्र शासित प्रदेश प्रशासन की सहायता के लिए विशेषज्ञों की एक केंद्रीय टीम गठित की गई है।’