TIO, नई दिल्ली
कांग्रेस नेता शशि थरूर ने मंगलवार को स्वीकार किया कि रूस-यूक्रेन युद्ध छिड़ने के समय भारत के रुख का विरोध करने पर उन्हें मुंह की खानी पड़ी थी। उन्होंने कहा कि जो नीति अपनाई गई, उसके कारण देश अब ऐसी स्थिति में है, जहां वह स्थायी शांति के लिए बदलाव ला सकता है।
कांग्रेस सांसद ने कहा कि संघर्ष के फैलने के बाद भारत द्वारा अपनाई गई नीति का मतलब है कि देश के पास वास्तव में एक ऐसा प्रधानमंत्री है, जो यूक्रेन के राष्ट्रपति और मॉस्को में राष्ट्रपति दोनों को दो हफ्ते के अंतराल पर गले लगा सकता है और दोनों जगहों पर स्वीकार किया जा सकता है।
तिरुवनंतपुरम से कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा कि उनकी आलोचना इस आधार पर थी कि संयुक्त राष्ट्र चार्टर का उल्लंघन हुआ है, सीमाओं की अनुल्लंघनीयता के सिद्धांत का उल्लंघन हुआ है, एक सदस्य देश यूक्रेन की संप्रभुता का उल्लंघन हुआ है और हम हमेशा से इंटरनेशनल विवादों को निपटाने के लिए बल प्रयोग की अस्वीकार्यता के पक्ष में रहे हैं।”