सतना। सतना एवं मैहर जिले के सातों विधानसभा चुनाव के परिणाम रविवार को भारी गहमा गहमी भरे माहौल में जिला निर्वाचन अधिकारी अनुराग वर्मा ने घोषित किए। सात में से पांच सीटों पर भाजपा को विजय मिली है जबकि दो सीटों पर कांग्रेस के विधायक निर्वाचित हुए हैं। सतना जिले की पांच में से चार सीटें भाजपा के खाते में गई हैं जबकि एक सीट कांग्रेस के खाते में गई। मैहर जिले की दो विधानसभा सीटों में से एक-एक सीट भाजपा और कांग्रेस को मिली है। सतना और मैहर जिले की सबसे प्रतिष्ठित विधानसभा सीटों सतना एवं अमरपाटन दोनों सीटों में भाजपा को पराजय का सामना करना पड़ा है। सतना विधानसभा सीट से भाजपा के चार बार के सांसद गणेश सिंह कांग्रेस के प्रत्याशी युवा विधायक सिद्धार्थ कुशवाहा से 4041 मतों से पराजित हुए। अमरपाटन विधानसभा से राज्यमंत्री रामखेलावन पटेल को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राजेन्द्र सिंह ने 6,490 मतों से पराजित किया। जिले की आरक्षित रैगांव विधानसभा से भाजपा की प्रत्याशी प्रतिमा बागरी ने जीत का रिकार्ड बनाया। उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी कल्पना वर्मा को 36 हजार 60 मतों से पराजित कर जिले की सर्वाधिक मतों से जीतने वाली विधायक बनीं। इसी तरह रामपुर बाघेलान,मैहर, नागौद और चित्रकूट में भाजपा को विजय मिली है।

डेढ़ दशक बाद चित्रकूट में फिर खिला कमल
भगवान राम की तपोभूमि चित्रकूट में लगभग डेढ दशक बाद एक बार फिर से कमल खिल गया है। रविवार को आए चुनावी नतीजों में भाजपा के सुरेन्द्र सिंह गहरवार ने चित्रकूट के दो बार के विधायक व कांग्रेस उम्मीदवार नीलांशु चतुर्वेदी को 7256 मतों से पराजित किया है। भाजपा के श्री गहरवार को 57 हजार 649 मत मिले जबकि कांग्रेस के नीलांशु चतुर्वेदी को 50 हजार 393 मत प्राप्त हुए।

दूसरी बार सुरेन्द्र सिंह बने विधायक
चित्रकूट से भाजपा उम्मीदवार सुरेन्द्र सिंह गहरवार दूसरी बार विधायक निर्वाचित हुए हैं। इससे पहले श्री गहरवार 2008 में विधायक चुने गए थे। चित्रकूट में पहली बार कमल खिलाने का श्रेय सुरेन्द्र सिंह गहरवार को ही है। गौरतलब है कि प्रदेश में भाजपा उम्मीदवारों की घोषित पहली सूची में ही पार्टी ने श्री गहरवार को उम्मीदवार बनाया था।

आगे-पीछे होती रही भाजपा-कांग्रेस
चित्रकूट विधानसभा का चुनाव परिणाम भले ही अंत में भाजपा के पक्ष में गया हो लेकिन शुरू से लेकर अंत तक दोनों ही दल (भाजपा- कांग्रेस) के उम्मीदवारों की धड़कने बढ़ी रहीं। कभी यहां कांग्रेस को तो कभी भाजपा को बढ़त मिलती।

दूसरी बार विधायक निर्वाचित हुए विक्की
जिले की रामपुर बाघेलान विधानसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी विक्रम सिंह विक्की निर्वाचित हुए हैं। विक्की लगातार दूसरी बार विधायक चुने गए हैं, उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी रामशंकर पयासी को 22 हजार 581 मतों से हराया। मत पाने के मामले में विक्रम सिंह विक्की सतना और मैहर जिले की सातों विधानसभा सीटों के उम्मीदवारों में सबसे आगे रहे। भाजपा उम्मीदवार विक्रम सिंह विक्की को 85 हजार 287 मत मिले जबकि कांग्रेस उम्मीदवार रामशंकर पयासी को 62 हजार 706 मत प्राप्त हुए।

मैहर में 21 हजार से जीते श्रीकांत
मैहर जिले की मैहर विधानसभा सीट में भाजपा का कब्जा बरकरार रहा, यह अलग बात है कि पिछली बार इस सीट में भाजपा से नारायण त्रिपाठी विधायक थे तो इस बार पार्टी से श्रीकांत चतुर्वेदी विधायक निर्वाचित हुए हैं। भाजपा उम्मीदवार श्रीकांत चतुर्वेदी ने कांग्रेस के उम्मीदवार धर्मेश घई को 21 हजार 394 मतों से पराजित किया। श्रीकांत को 76 हजार 870 मत जबकि कांग्रेस के धर्मेश घई को 55 हजार 476 मत मिले।

चौथे स्थान पर पहुंंचे 4 बार के विधायक
सतना और मैहर जिले की जिन चंद सीटों पर समूचे प्रदेश की नजरें टिकी हुई थीं उन सीटों में से एक सीट मैहर जिले की मैहर विधानसभा सीट भी थी। इस सीट से मैहर क्षेत्र के चार बार के विधायक और विंध्य जनता पार्टी के नारायण त्रिपाठी उम्मीदवार थे। पार्टी को उम्मीद थी कि यहां अप्रत्याशित परिणाम सामने आएगा और नारायण त्रिपाठी विधायक निर्वाचित होंगे लेकिन अप्रत्याशित परिणाम देना तो दूर विंध्य जनता पार्टी के उम्मीदवार नारायण त्रिपाठी कहीं मुकाबले में ही नजर नहीं आए। वे भाजपा- कांग्रेस और बसपा के बाद मत पाने के मामले में चौथे नम्बर पर रहे।

Shashi Kumar Keswani

Editor in Chief, THE INFORMATIVE OBSERVER