TIO, नई दिल्ली

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए कायराना आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान, आतंकवादियों और आतंकियों के आकाओं को मुंहतोड़ जवाब देने की मांग जोर पकड़ रही है। ताजा घटनाक्रम में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने दिल्ली में एक प्रेस वार्ता के दौरान कहा, दहशतगर्दों को पहलगाम में निहत्थे पर्यटकों पर हमले की कीमत चुकानी होगी। उत्तर प्रदेश के कानपुर में रहने वाले शुभम द्विवेदी के परिजनों से मुलाकात कर दिल्ली लौटे राहुल ने कहा कि पहलगाम आतंकी हमले में जान गंवाने वाले पर्यटकों के परिजनों की मांग है कि सरकार मृतकों को शहीद का दर्जा दे।

बिना किसी भ्रम के सख्त कार्रवाई करें प्रधानमंत्री
आतंकियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की अपील करते हुए राहुल ने कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को स्पष्ट और कड़ा संदेश देना चाहिए कि भारत ऐसी नापाक हरकत बर्दाश्त नहीं करेगा। पीएम मोदी को जैसा ठीक लगे, उस आधार पर वे कार्रवाई करने के लिए उचित समय का चुनाव कर सकते हैं, लेकिन उन्हें जल्द ही कोई कार्रवाई करनी होगी। बिना किसी भ्रम के सख्त कार्रवाई करनी चाहिए। पीएम को टालमटोल कर समय बर्बाद नहीं करना चाहिए।

हाईलेवल बैठक कर कड़ी कार्रवाई के संकेत दे चुके हैं पीएम मोदी
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को एक बैठक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल अनिल चौहान और तीनों सेनाओं के प्रमुख के साथ अलग-अलग पहलुओं पर विस्तार से बात की। बैठक में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल भी मौजूद थे। सरकार ने कहा है कि हमले के लिए जिम्मेदार आतंकवादियों और इसके पीछे के साजिशकर्ताओं को कड़ी सजा मिलेगी।

भारत सरकार के कड़े फैसलों से तिलमिलाया पाकिस्तान
बता दें कि पहलगाम में आतंकी हमले के बाद केंद्र सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ सिंधु जल संधि निलंबन, भारत से नागरिकों को निकाले जाने समेत कई सख्त फैसले लिए हैं। दोनों देशों के बीच बढ़ते तनाव के बीच अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, रूस और इस्राइल जैसे देशों ने भी भारत का समर्थन किया है। संयुक्त राष्ट्र ने दोनों परमाणु शक्ति संपन्न देशों से संयम बरतने की अपील की है। इसी बीच पाकिस्तान को भारत की जवाबी सैन्य कार्रवाई का डर भी सता रहा है।

जनगणना के दौरान जाति गणना की टाइमलाइन बताए सरकार
पहलगाम के अलावा राहुल ने आगामी जनगणना के दौरान जाति गणना के फैसले पर भी बात की। उन्होंने कहा, केंद्र सरकार ने सराहनीय फैसला लिया है। उन्होंने कहा कि इसके लिए कांग्रेस पार्टी ने गहराई से अभियान चलाया। हमारे अभियान का केंद्र सरकार पर असर हुआ। सराहना और समर्थन करने के साथ-साथ राहुल गांधी ने ये भी कहा कि सरकार को इस फैसले की टाइमलाइन भी बतानी चाहिए। उन्होंने कहा, वे सिर्फ ये समझना चाहते हैं कि सरकार पूरी प्रक्रिया कैसे पूरी करेगी, वे केवल यह समझना चाहते हैं। जनगणना में कौन से सवाल शामिल होंगे, जनगणना कब कराई जाएगी? सरकार को इन सवालों के जवाब देना चाहिए।

कब और कहां हुई आतंकी वारदात, जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री क्या बोले
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम शहर के निकट ‘मिनी स्विटरलैंड’ नाम से मशहूर पर्यटन स्थल पर मंगलवार दोपहर हुए आतंकवादी हमले में 26 लोगों की मौत हो गई, जिनमें ज्यादातर पर्यटक हैं। यह 2019 में पुलवामा में हुए हमले के बाद घाटी में हुआ सबसे घातक हमला है। एक उच्च पदस्थ अधिकारी ने बताया कि 26 मृतकों में दो विदेशी और दो स्थानीय निवासी हैं। जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने इस आतंकी हमले को ‘हाल के वर्षों में आम लोगों पर हुए किसी भी हमले से कहीं बड़ा’ हमला बताया। अधिकारियों ने बताया कि यह हमला ऐसे समय हुआ है जब अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस भारत की यात्रा पर हैं। इसी समय जम्मू-कश्मीर में पर्यटन और ट्रैकिंग का मौसम जोर पकड़ रहा है।

74 महीने बाद आतंकी हमले से दहली घाटी
2019 की फरवरी में जम्मू-कश्मीर के ही पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद घाटी में सबसे घातक हमला पहलगाम में हुआ है। पहलगाम शहर से लगभग छह किलोमीटर दूर बैसरन चीड़ के पेड़ों के घने जंगलों और पहाड़ों से घिरा एक विशाल घास का मैदान है तथा देश व दुनिया के पर्यटकों के बीच पसंदीदा स्थान है।

आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े TRF ने ली हमले की जिम्मेदारी
पहलगाम हमले के संबंध में अधिकारियों और प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि हथियारबंद आतंकवादी ‘मिनी स्विट्जरलैंड’ में घुस आए और भोजनालयों के आसपास घूम रहे, खच्चर की सवारी कर रहे, पिकनिक मना रहे पर्यटकों पर गोलीबारी शुरू कर दी। पाकिस्तान में स्थित प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के छद्म संगठन ‘द रेजिस्टेंस फ्रंट’ (टीआरएफ) ने हमले की जिम्मेदारी ली है।

Shashi Kumar Keswani

Editor in Chief, THE INFORMATIVE OBSERVER