नई दिल्ली। अयोध्या के राम मंदिर में आज रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का आयोजन होना है और कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी भारत जोड़ो न्याय यात्रा पर हैं। राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा इस समय असम के नगांव जिले में है। नगांव जिले में ही असम के वैष्णव संत शंकरदेव का जन्मस्थान भी है। राहुल गांधी के आज वैष्णव संत शंकरदेव के जन्मस्थान बर्दोवा थान जाने का कार्यक्रम था। अब राहुल गांधी ने आरोप लगाया है कि पहले इजाजत दी गई थी लेकिन अब उन्हें मंदिर जाने से रोका जा रहा है।
राहुल गांधी ने दावा किया है कि पहले प्रशासन ने उनको मंदिर जाने की इजाजत दी थी लेकिन आज ये मना कर रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा है कि मैं यहां हूं और सिर्फ हाथ जोड़ने के लिए जाना चाहता हूं। उन्होंने नाम लिए बिना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तंज करते हुए कहा कि लगता है आज सिर्फ एक आदमी को मंदिर जाने की इजाजत है। मंदिर जाने के लिए निकले राहुल गांधी की पुलिस-प्रशासन के अधिकारियों से बहस भी हुई। आधिकारियों ने राहुल गांधी से कहा कि हम आपको शाम 3 बजे के बाद जाने दे सकते हैं।
अधिकारियों की ओर से राहुल गांधी को यह भी बताया गया कि हमारे पास आॅर्डर्स हैं। इसके बाद राहुल गांधी ने यह पूछा कि मैंने क्या गलती की है जो मैं मंदिर नहीं जा सकता? उन्होंने कहा कि मेरे पास जाने की परमिशन है। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि मुझे मत रोको। अधिकारियों के रोकने पर बार-बार यह सवाल दोहराया कि मेरी गलती तो बताओ। समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक प्रशासन ने राहुल गांधी को बोदोर्वा थान जाने की इजाजत नहीं दी। इसके बाद विरोध में राहुल गांधी विरोध में उसी जगह बैठ गए जहां प्रशासन ने बैरिकेडिंग कर उन्हें रोका था।
हालांकि, स्थानीय सांसद और विधायकों को शंकरदेव के मठ जाने की इजाजत दे दी गई है। लेकिन राहुल गांधी को जाने की इजाजत नहीं दी गई है। गौरतलब है कि राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा नगांव जिले में ही है और रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के दिन उनका नगांव जिले के बदोर्वा थान जाने का भी कार्यक्रम था।
असम के मुख्यमंत्री हिमंत विस्व सरमा ने एक दिन पहले ही यह कहा था कि राहुल गांधी को बोदोर्वा थान में शंकरदेव की जन्मस्थली पर जाने से बचना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा था कि भगवान राम और सूबे के एक आदर्श के रूप में स्थापित मध्यकाल के वैष्णव संत के बीच कोई स्पर्धा नहीं हो सकती। उन्होंने राहुल गांधी से बोदोर्वा थान नहीं जाने की अपील करते हुए यह भी कहा था कि इससे असम की गलत छवि बनेगी। राहुल गांधी रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद वदोर्वा थान जा सकते हैं। मुझे नेशनल मीडिया की यह खबर पढ़कर दुख हुआ कि जब पीएम मोदी अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल हो रहे होंगे, तब राहुल बोदोर्वा थान के वैष्णव मठ में होंगे। कांग्रेस नेताओं ने यह साफ किया था कि राहुल गांधी पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के मुताबिक वैष्णव मठ जाएंगे।