TIO, नई दिल्ली
देश में चुनाव कोई भी हों, एक शब्द की गूंज खूब सुनाई देती है- डबल इंजन। राज्यों के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेता डबल इंजन सरकार के नारे देते हैं। दिल्ली नगर निगम चुनाव में तब केंद्र शासित प्रदेश दिल्ली की सत्ता पर काबिज रही आम आदमी पार्टी ने भी डबल इंजन को अपने प्रचार अभियान का मुख्य आधार बनाया था। अब पहली बार डबल इंजन का उपयोग सरकार के लिए नहीं, सांसद के लिए हुआ है। उत्तर प्रदेश की रायबरेली सीट से सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने टू एमपी थ्योरी दी है जिसके बाद डबल इंजन एमपी चर्चा में आ गया है।
राहुल गांधी गुरुवार को अपने संसदीय क्षेत्र रायबरेली के ऊंचाहार में थे। एक कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे राहुल गांधी ने कहा कि रायबरेली एक ऐसी सीट है, शायद पूरे हिंदुस्तान में इकलौता निर्वाचन क्षेत्र है जिसके दो सांसद हैं। एक मैं हूं और एक प्रियंका है। उसको भी यहां बुला लिया करो। उन्होंने यह भी कहा कि कभी-कभी उन्हें भी आमंत्रित कर लिया करो। वह मुझे वायनाड बुलाती हैं और जाता हूं। राहुल गांधी ने कहा कि वह (प्रियंका गांधी) भी रायबरेली से सांसद हैं इसलिए आपको उन्हें भी यहां बुलाना चाहिए।
उन्होंने लोकसभा चुनाव में समर्थन के लिए रायबरेली की जनता और पार्टी कार्यकर्ताओं को धन्यवाद भी दिया। राहुल गांधी ने रायबरेली के साथ गांधी परिवार के जुड़ाव का भी जिक्र किया और कहा कि आपकी जो भी समस्याएं हैं, बस मुझे बताएं कि क्या करने की जरूरत है और उसे पूरा करूंगा। हमेशा उपलब्ध हूं। उन्होंने ये भी कहा कि यह राजनीतिक रिश्ता नहीं है, पारिवारिक रिश्ता है।
राहुल गांधी की टू एमपी थ्योरी पर प्रियंका गांधी की भी प्रतिक्रिया आ गई है। प्रियंका गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर राहुल गांधी के इस बयान का वीडियो शेयर करते हुए लिखा है कि रायबरेली हमारा परिवार है और परिवार का हर हुक्म सिर-माथे पर। गौरतलब है कि प्रियंका गांधी रायबरेली में वर्षों से सक्रिय रही हैं। रायबरेली सीट से 2019 के लोकसभा चुनाव तक सोनिया गांधी सांसद रहीं। हर आम चुनाव में सोनिया गांधी के चुनाव अभियान की जिम्मेदारी प्रियंका गांधी ने रायबरेली में कैंप कर उठाई।
सोनिया गांधी के राजस्थान से राज्यसभा जाने के बाद प्रियंका गांधी के रायबरेली सीट से चुनाव मैदान में उतरने की भी चर्चा थी। हालांकि, 2024 के आम चुनाव में कांग्रेस ने प्रियंका गांधी को उम्मीदवार नहीं बनाया और राहुल गांधी ने केरल की वायनाड सीट के साथ ही रायबरेली से भी चुनाव लड़ा और दोनों सीटें जीतीं भी। राहुल ने वायनाड सीट छोड़ दी थी और उपचुनाव में प्रियंका गांधी सांसद निर्वाचित हुई थीं।