TIO, नई दिल्ली

बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना की सरकार के सत्ता से हटने के बाद भारतीय सुरक्षा एजेंसियां किसी भी आकस्मिक स्थिति के लिए तैयार हो गईं। सूत्रों के अनुसार, जिस समय वह वायु सेना के जेट में सुरक्षा के लिए भारत आ रही थीं, उस दौरान हसीना के विमान की सुरक्षा के लिए प. बंगाल के हाशिमारा हवाई अड्डे से दो राफेल लड़ाकू विमानों को हवा में तैनात कर दिया गया। वे बिहार और झारखंड के ऊपर उड़ान भर रहे थे।

इसके अलावा भारतीय वायुसेना के रडार भी बांग्लादेश के ऊपर हवाई क्षेत्र की निगरानी में तैनात कर दिए गए थे। सूत्रों के अनुसार, इस दौरान जमीन पर मौजूद एजेंसियां और शीर्ष भारतीय सुरक्षा अधिकारियों के बीच लगातार संपर्क बना हुआ था और कड़ी निगरानी रखी जा रही थी। वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी और सेना प्रमुख जनरल उपेन्द्र द्विवेदी स्थिति पर करीब से नजर रख रहे थे। इस दौरान जनरल द्विवेदी और इंटीग्रेटेड डिफेंस स्टाफ प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल जॉनसन फिलिप मैथ्यू की भागीदारी के साथ शीर्ष सुरक्षा अधिकारियों की एक बैठक भी आयोजित की गई थी।

एनएसए अजीत डोभाल ने किया हसीना का स्वागत
जैसे ही हसीना का विमान शाम करीब 5:45 बजे हिंडन एयर बेस पर उतरा, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने उनका स्वागत किया, जिन्होंने उनके साथ एक घंटे की लंबी बैठक की और बांग्लादेश की वर्तमान स्थिति और उनके भविष्य के कदम पर भी चर्चा की। इसके बाद एनएसए शाम को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में कैबिनेट सुरक्षा समिति की बैठक की जानकारी देने के लिए एयरबेस से रवाना हो गए। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी को पूरे दिन घटनाक्रम की जानकारी दी जा रही थी।

सुरक्षा की वजह से ही आईं हिंडन
हिंडन देश के बड़े एयरबेस में शामिल है। यहां लड़ाकू विमान तैनात हैं। माना जा रहा है कि यहां की पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था की वजह से ही शेख हसीना को यहां लाया गया। दूसरी वजह दिल्ली में एयर ट्रैफिक का व्यस्त होना भी है। तीसरी वजह हिंडन का दिल्ली के नजदीक होना भी है। अगर शेख हसीना को दिल्ली जाना हो तो ज्यादा वक्त नहीं लगेगा। यहां कई राष्ट्रध्यक्ष आ चुके हैं। शेख हसीना पहली बार आई हैं। वह भी प्रधानमंत्री पद छोड़ने के बाद।

Shashi Kumar Keswani

Editor in Chief, THE INFORMATIVE OBSERVER