TIO, कैलिफोर्निया
भारतीय मूल की अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स 286 दिनों के बाद धरती पर वापस लौट आई हैं। सुनीता से साथ बैरी विल्मोर और दो अन्य अंतरिक्ष यात्रियों को लेकर यान तड़के 3.27 बजे अमेरिका के फ्लोरिडा में समुद्र तल पर उतारा। मिशन की सफलता पर डोनाल्ड ट्रंप ने मस्क को धन्यवाद कहा है।
व्हाइट हाउस ने मंगलवार को बताया कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने नासा के क्रू-9 अंतरिक्ष यात्रियों सुनीता विलियम्स, निक हेग, बुच विल्मोर और रूसी अंतरिक्ष यात्री अलेक्जेंडर गोबूर्नोव की वापसी को प्राथमिकता दी।
ट्रंप ने अंतरिक्ष यात्रियों की वापसी का किया था वादा
व्हाइट हाउस ने लिखा कि “वादा किया, वादा निभाया’, राष्ट्रपति ट्रंप ने नौ महीनों से अंतरिक्ष में फंसे अंतरिक्ष यात्रियों को वापस लाने का वादा किया था। आज वे सुरक्षित रूप से ‘गल्प आॅफ अमेरिका’ में लौट आए, इसके लिए एलन मस्क, स्पेसएक्स और नासा का धन्यवाद!
वहीं एलन मस्क ने नासा और स्पेसएक्स टीम को उनकी सफलता पर बधाई दी और इस मिशन को प्राथमिकता देने के लिए ट्रंप को धन्यवाद कहा। एलन मस्क ने लिखा कि, स्पेसएक्स और नासा टीम को एक और सफल अंतरिक्ष यात्री वापसी पर बधाई! इस मिशन को प्राथमिकता देने के लिए डोनाल्ड ट्रंप को धन्यवाद!
नौ महीने बाद वापसी
बता दें कि सुनीता विलियम्स अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) पर नौ महीने 14 दिन तक रहीं। अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन से उन्हें पृथ्वी पर लौटने पर 17 घंटे का वक्त लगा। अंतरिक्ष यान के पृथ्वी के वायुमंडल में प्रवेश करने पर इसका तापमान 1650 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा हो गया था। इस दौरान करीब सात मिनट के अंतरिक्ष यात्रियों से संपर्क टूट गया।
अतंरिक्ष यात्रियों को लेकर आए ड्रैगन कैप्सूल ने पैराशूट के साथ समुद्र में लैंडिंग की। कैप्सूल के पानी में उतरने के करीब 10 मिनट तक सुरक्षा जांच का काम पूरा किया गया। इसके बाद कैप्सूल को खोला गया। जिसके अंदर से सुनीता विलियम्स समेत अन्य तीन यात्रियों को स्ट्रेचर की मदद से बाहर लाया गया। फिलहाल वह एक डॉक्टरों और विशेषज्ञों की निगरानी में हैं।