TIO, नई दिल्ली।

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के चुनावी रण में आप-भाजपा के बाद अब कांग्रेस ने अपने पत्ते खोल दिए हैं और अपने कोटे के तीनों उम्मीदवारों के नामों का ऐलान कर दिया है। अब दिल्ली की लड़ाई एकदम साफ हो गई है। एक तरफ बीजेपी है और दूसरी तरफ इंडिया ब्लॉक में सहयोगी आप और कांग्रेस के उम्मीदवार हैं। बीजेपी ने सात मौजूदा सांसदों में से सिर्फ मनोज तिवारी को ही इस बार रिपीट किया है। बाकी 6 नए चेहरे मैदान में उतरे हैं। जबकि आप और कांग्रेस के बीच सीट शेयरिंग पर सहमति बनी है और आप ने 4 और कांग्रेस ने 3 सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं।

कांग्रेस ने रविवार को अपने कोटे के जिन तीन उम्मीदवारों की घोषणा की है, उनमें सबसे चर्चित नाम जेएनयू में छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार का है। कन्हैया को पार्टी ने उत्तर पूर्व से टिकट दिया है। उनका मुकाबला बीजेपी के मौजूदा सांसद मनोज तिवारी से होगा। कन्हैया 2019 का चुनाव बिहार की बेगूसराय सीट से लड़ चुके हैं। हालांकि, बीजेपी के गिरिराज सिंह के हाथों उन्हें 4,22,217 वोटों के अंतर से करारी हार का सामना करना पड़ा था। कन्हैया तब सीपीआई के टिकट पर चुनाव लड़े थे। बाद में वो कांग्रेस में शामिल हो गए थे। सीट बंटवारे में एक बार फिर यह सीट सीपीआई के हिस्से आई है। इसके अलावा, चांदनी चौक से कांग्रेस ने दोबारा जयप्रकाश अग्रवाल पर दांव खेला है। वहीं, नॉर्थ-वेस्ट से दलित नेता और पूर्व सांसद उदित राज को उम्मीदवार बनाया है।

‘2019 में बीजेपी ने किया था क्लीन स्वीप’
दिल्ली में कुल 1.47 करोड़ वोटर्स हैं। 2019 के चुनाव में बीजेपी ने मोदी लहर में सातों सीटों पर क्लीन स्वीप किया था। बीजेपी के सभी उम्मीदवारों को 50 प्रतिशत से ज्यादा वोट मिले थे। जबकि कांग्रेस दूसरे नंबर पर और सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी तीसरे स्थान पर खिसक गई थी। त्रिकोणीय मुकाबले में बीजेपी प्रत्येक सीट पर आम आदमी पार्टी और कांग्रेस से बड़े वोटों के अंतर से आगे रही थी। बीजेपी को 56 प्रतिशत से ज्यादा वोट मिले थे। जबकि कांग्रेस को 22.5 प्रतिशत और अअढ को 18.1 प्रतिशत वोट मिले थे। 2014 में बीजेपी को 46.4 फीसदी वोट मिले थे।

2019 में किसे-कितने प्रतिशत वोट मिले थे?

2019 में चांदनी चौक सीट पर बीजेपी को 53%, कांग्रेस को 30% और अअढ को 15% वोट मिले थे। नॉर्थ ईस्ट सीट पर बीजेपी को 54%, कांग्रेस को 19%, अअढ को 13% वोट मिले थे।, ईस्ट दिल्ली से बीजेपी को 55%, कांग्रेस को 24%, अअढ को 17% वोट मिले थे। नई दिल्ली सीट पर बीजेपी को 55%, कांग्रेस को 27%, अअढ को 16% वोट मिले थे। वेस्ट दिल्ली सीट पर बीजेपी को 60%, कांग्रेस को 19%, अअढ को 17% वोट मिले थे। नॉर्थ वेस्ट दिल्ली सीट पर बीजेपी को 60%, कांग्रेस को 16%, अअढ को 21% वोट मिले थे। साउथ दिल्ली सीट पर बीजेपी को 56%, कांग्रेस को 13% और अअढ को 26% वोट मिले थे।

किसकी किससे टक्कर?
सीट बीजेपी उम्मीदवार इंडिया ब्लॉक (कांग्रेस और अअढ)
नई दिल्ली बांसुरी स्वराज सोमनाथ भारती (अअढ)
चांदनी चौक प्रवीण खंडेलवाल जेपी अग्रवाल (कांग्रेस)
पूर्वी दिल्ली हर्ष मल्होत्रा कुलदीप कुमार (आप)
उत्तर-पूर्वी दिल्ली मनोज तिवारी कन्हैया कुमार (कांग्रेस)
उत्तर-पश्चिमी दिल्ली योगेंद्र चंदोलिया उदित राज (कांग्रेस)
पश्चिमी दिल्ली कमलजीत शहरावत महाबल मिश्रा (अअढ)
दक्षिणी दिल्ली रामवीर सिंह बिधूड़ी सहीराम पहलनवान (अअढ)

2019 और 2014 में क्या नतीजे आए थे?

साउथ दिल्ली: बीजेपी के रमेश बिधूड़ी दक्षिणी दिल्ली सीट से जीते थे। गुर्जर चेहरे रमेश बिधूड़ी ने अपने प्रतिद्वंद्वी आप के राघव चड्ढा को 3,67,043 वोटों के भारी अंतर से हराया था और इस सीट से दूसरी बार जीत हासिल की थी। इस सीट पर कुल 12,14,222 वोट पड़े थे। बिधूड़ी को 6,87,014 वोट (56.58%) मिले थे। जबकि चड्ढा 3,19,971 वोट (26.35%) ही हासिल कर सके। 2014 में बिधूड़ी को 497,980 वोट (45.17%) मिले थे। आप के कर्नल देविंदर सहरावत को 390,980 वोट (35.47%) मिले थे। हालांकि, इस बार बीजेपी ने रमेश बिधूड़ी का टिकट काट दिया है और रामवीर सिंह बिधूड़ी पर दांव लगाया है। यहां आप ने सहीराम पहलनवान को मैदान में उतारा है।

चांदनी चौक: चांदनी चौक से बीजेपी के डॉ. हर्षवर्धन ने जीत हासिल की है। उन्हें 2,28,145 वोटों से जीत मिली थी। इस सीट पर 15 लाख से ज्यादा वोटर्स ने मतदान किया था। डॉ. हर्षवर्धन को 5,19,055 वोट (52.94%) मिले थे। जबकि कांग्रेस के जयप्रकाश अग्रवाल को 2,90,910 वोट (29.67%) मिले थे। अअढ के पंकज गुप्ता को 1,44,551 (14.74%) वोट मिले थे। 2014 में हर्षवर्धन को 437,938 वोट (44.60%) और आप के आशुतोष को 301,618 (30.72%) वोट मिले थे। कांग्रेस के कपिल सिब्बल तीसरे नंबर पर आए थे। सिब्बल को 176,206 वोट (17.95%) मिल सके थे। इस बार इंडिया ब्लॉक में सहयोगी कांग्रेस के कोटे में चांदनी चौक सीट आई है। पार्टी ने अग्रवाल पर दोबारा दांव लगाया है। बीजेपी ने हर्षवर्धन का टिकट काट दिया है और प्रवीण खंडेलवाल को उम्मीदवार बनाया है।

नॉर्थ ईस्ट दिल्ली: 2019 में बीजेपी के तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी ने कांग्रेस की दिग्गज नेता और पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत शीला दीक्षित को 3,66,102 वोटों से हराया था। मनोज को 787,799 वोट (53.90%) और शीला दीक्षित को 421,697 वोट (28.85%) मिले थे। 2014 में मनोज को 596,125 वोट (45.25%) और आप के आनंद कुमार को 452,041 वोट (34.31%) मिले थे। तीसरे नंबर पर कांग्रेस के जयप्रकाश अग्रवाल आए थे। अग्रवाल को 214,792 वोट (16.31%) मिले थे। त्रिकोणीय मुकाबले में आप के दिलीप पांडे तीसरे स्थान पर रहे थे। तिवारी ने इस सीट पर दूसरी बार जीत हासिल की थी। इस बार फिर बीजेपी ने मनोज तिवारी को उम्मीदवार बनाया है। कांग्रेस से कन्हैया कुमार उम्मीदवार हैं।

ईस्ट दिल्ली: क्रिकेटर से नेता बने गौतम गंभीर ने 2019 में पूर्वी दिल्ली सीट पर जीत हासिल की थी। गंभीर ने कांग्रेस के अरविंदर सिंह लवली को 3,91,222 वोटों से हराया था। जबकि अअढ की आतिशी तीसरे स्थान पर रही थीं। गंभीर को 696,156 वोट (55.35%), लवली को वोट (24.24%), आतिशी को वोट (17.44%) मिले थे। 2014 में बीजेपी के महेश गिरी ने जीत हासिल की थी। गिरी को 572,202 वोट (47.83%), आप के राजमोहन गांधी को वोट (31.91%) और कांग्रेस के संदीप दीक्षित को वोट (16.99%) मिले थे। इस बार बीजेपी नेता गंभीर ने चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया है, जिसके बाद पार्टी ने हर्ष मल्होत्रा पर दांव लगाया है। जबकि आप ने दलित चेहरे और विधायक कुलदीप कुमार को उम्मीदवार बनाया है।

नई दिल्ली: 2019 के चुनाव में बीजेपी की मीनाक्षी लेखी ने 2,56,504 वोटों के अंतर से बड़ी जीत हासिल की थी। उन्होंने कांग्रेस के अजय माकन को हराया था। तीसरे नंबर पर आप के बृजेश गोयल रहे थे। लेखी को 504,206 वोट (54.77%), माकन को 247,702 वोट (26.91%) वोट मिले थे। इससे पहले 2014 के चुनाव में भी लेखी ने जीत हासिल की थी। लेखी को 453,350 वोट (46.75%), आप के आशीष खेतमा को 290,642 वोट (29.97%), कांग्रेस के अजय माकन को 182,893 वोट (18.86%) मिले थे। इस बार बीजेपी ने मीनाक्षी लेखी का टिकट काट दिया है और बांसुरी स्वराज पर दांव लगाया है। आप से सोमनाथ भारती उम्मीदवार हैं।

वेस्ट दिल्ली: 2019 के चुनाव में बीजेपी के प्रवेश साहिब सिंह वर्मा ने पश्चिमी दिल्ली सीट से 5.78 लाख से ज्यादा वोटों के रिकॉर्ड अंतर से दूसरी बार जीत हासिल की थी। उन्होंने कांग्रेस के महाबल मिश्रा को हराया था। वर्मा को 865,648 वोट (60.05%) और मिश्रा को 287,162 (19.92%) वोट मिले थे। वर्मा ने 2014 में इस सीट पर 2.68 लाख से ज्यादा वोटों के अंतर से जीत हासिल की थी, तब उन्होंने आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार जरनैल सिंह को हराया था। 2014 में वर्मा को 48.32% और जनरैल सिंह को 28.40%, कांग्रेस के महाबल मिश्रा को 28.40% वोट मिले थे। प्रवेश वर्मा ने ना सिर्फ अपना ही रिकॉर्ड तोड़ा था, बल्कि दिल्ली में सबसे ज्यादा वोट हासिल करने वाले उम्मीदवार भी बन गए थे। इस बार बीजेपी ने वर्मा का टिकट काट दिया है और यहां से कमलजीत सेहरावत को उम्मीदवार बनाया है। आप से महाबल मिश्रा उम्मीदवार हैं।

नॉर्थ वेस्ट दिल्ली: 2019 के चुनाव में बीजेपी के हंसराज हंस ने जीत हासिल की थी। हंस ने आप उम्मीदवार गुगन सिंह को 5,53,897 वोटों से हराया था। तीसरे नंबर पर कांग्रेस के राजेश लिलोठिया रहे थे। हंसराज हंस को 848,663 वोट (60.49%) मिले थे। गुगन सिंह को 294,766 वोट (21.01%) मिले थे। राजेश को 236,882 वोट (16.88%) मिले थे। 2014 में इस सीट से उदित राज ने जीत हासिल की थी। हालांकि तब वो बीजेपी उम्मीदवार थे। उदित को 629,860 (46.45%), आप की राखी बिरला को 523,058 (38.57%), कांग्रेस की कृष्णा तीरथ को 157,468 (11.61%) वोट मिले थे। इस बार बीजेपी ने हंसराज को पंजाब की फरीदपुर सीट से उम्मीदवार बनाया है। नॉर्थ वेस्ट से बीजेपी ने इस बार चुनाव में नए चेहरे योगेंद्र चंदोलिया पर दांव लगाया है। कांग्रेस से उदित राज उम्मीदवार हैं।

दिल्ली में 25 मई को वोटिंग
चुनाव आयोग के मुताबिक, दिल्ली की सभी सात सीटों पर छठे चरण में 25 मई (शनिवार) को वोटिंग होगी। 29 अप्रैल को नोटिफिकेशन जारी होगा। नामांकन दाखिल करने की अंतिम तारीख 6 मई है। नामांकन वापस लेने की तारीख 9 मई है। छठे चरण में ही एनसीआर की सीटें गुड़गांव, फरीदाबाद में भी वोटिंग होगी। इस बार भी लोकसभा चुनाव सात चरणों में होने जा रहे हैं। पहले चरण की वोटिंग 19 अप्रैल से शुरू हो रही है और 4 जून को नतीजे आएंगे। 2019 के आम चुनाव में भी कुल सात फेज में वोटिंग हुई थी।

Shashi Kumar Keswani

Editor in Chief, THE INFORMATIVE OBSERVER