TIO, मुंबई

महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे पर बनाए पैरोडी सॉन्ग विवाद पर मुंबई की खार पुलिस ने कॉमेडियन कुणाल कामरा को समन भेजा है। इसमें उन्हें आज सुबह 11 बजे जांच अधिकारी के सामने पेश होने को कहा गया है। हालांकि, कुणाल इस समय मुंबई में नहीं हैं। इस बीच विवाद पर एकनाथ शिंदे का बयान भी सामने आया है। उन्होंने कहा- हम व्यंग्य समझते हैं, लेकिन उसकी सीमा होनी चाहिए। यह तो ऐसा है जैसे किसी के खिलाफ बोलने की सुपारी ली गई हो।

इधर, सोमवार रात कुणाल का मामले में पहला रिएक्शन आया। उन्होंने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा- वह माफी नहीं मांगेंगे। मैंने जो कहा वह बिल्कुल वही है। यह कुछ ऐसा है जो अजित पवार (फर्स्ट डिप्टी सीएम) ने एकनाथ शिंदे (सेकेंड डिप्टी सीएम) के बारे में कहा था।

कुणाल ने कहा- मैं इस भीड़ से नहीं डरता और मैं अपने बिस्तर के नीचे छिपकर इस घटना के शांत होने का इंतजार नहीं करूंगा। दरअसल, 23 मार्च को कामरा का एक वीडियो सामने आया था, जिसमें वे एक पैरोडी सॉन्ग गा रहे हैं। इसकी पहली लाइन ‘ठाणे की रिक्शा चेहरे पर दाढ़ी, आंखों पर चश्मा हाय…’ है। जिस पर विवाद हुआ।

कुणाल कामरा पर एफआईआर दर्ज, कॉल रिकॉर्डिंग की जांच होगी
स्टैंडअप कॉमेडियन कुणाल कामरा पर 24 मार्च को एफआईआर दर्ज हुई। महाराष्ट्र के गृह राज्य मंत्री योगेश कदम ने विधानसभा में कहा- कॉमेडियन कुणाल कामरा की कॉल रिकॉर्डिंग, सीडीआर और बैंक स्टेटमेंट की भी जांच की जाएगी। हम पता लगाएंगे कि इसके पीछे कौन है। इधर बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) की टीम ने यूनीकॉन्टिनेंटल होटल पर कार्रवाई की।

शिवसेना (शिंदे) के कार्यकर्ताओं ने इस पैरोडी को महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे पर आपत्तिजनक कमेंट माना और रविवार रात को यूनीकॉन्टिनेंटल होटल में तोड़फोड़ की। कुल 40 शिवसैनिकों पर एफआईआर हुई।

कामरा का पैरोडी सॉन्ग, जिस पर हुआ विवाद

ठाणे की रिक्शा चेहरे पर दाढ़ी, आंखों पर चश्मा हाय !

एक झलक दिखलाए कभी, गुवाहाटी में छुप जाए।

मेरी नजर से तुम देखो गद्दार नजर वो आए

ठाणे की रिक्शा, चेहरे पर दाढ़ी , आंखों ओआ चश्मा हाय।

मंत्री नहीं है वो दल बदलू हैं और कहा क्या जाए, जिस थाली में खाये उसमें ही वो छेद कर जाए।

मंत्रालय से ज्यादा फडणवीस की गोदी में मिल जाए।

तीर कमान मिला है इसको बाप मेरा ये चाहे।

ठाणे की रिक्शा चेहरे पर दाढ़ी, आंखों पर चश्मा हाय !

Shashi Kumar Keswani

Editor in Chief, THE INFORMATIVE OBSERVER