TIO, मुंबई

महाराष्ट्र विधानसभा का 3 दिन चलने वाला स्पेशल सेशन शनिवार को शुरू हुआ। प्रोटेम स्पीकर ने सबसे पहले सीएम देवेंद्र फडणवीस, दोनों डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे और अजित पवार ने विधायक पद की शपथ दिलाई। आज सभी 288 विधायकों को शपथ लेनी थी, लेकिन विपक्ष ने सेशन का वॉकआउट किया। शिवसेना (यूबीटी) के नेता आदित्य ठाकरे ने कहा- हमने फैसला किया है कि हमारे विधायक आज शपथ नहीं लेंगे। अगर ये जनता का जनादेश होता तो लोग खुश होते और जश्न मनाते, लेकिन इस जीत का कहीं भी लोगों ने जश्न नहीं मनाया। हमें ईवीएम पर शक है। वहीं विपक्ष के वॉकआउट पर डिप्टी सीएम अजित पवार ने कहा, ‘आज विपक्ष ने वॉकआउट किया है। चुनाव हुआ है और लोगों ने हमें जिताया है। अभी वॉकआउट करने से कुछ नहीं होने वाला है। अगर उनको कुछ करना है तो चुनाव आयोग के पास जाना चाहिए।

9 दिसंबर को चुना जाएगा विधानसभा अध्यक्ष
6 दिसंबर को विधायक कालिदास कोलंबकर को विधानसभा के विशेष सत्र के लिए प्रोटेम स्पीकर चुना गया था। उन्हें गवर्नर सीपी राधाकृष्णन ने राजभवन में शपथ दिलाई। आज उन्होंने अन्य विधायकों को शपथ दिलाई है।
9 दिसंबर को विधानसभा अध्यक्ष चुना जाएगा। इसके लिए पूर्व विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर और भाजपा विधायक सुधीर मुनगंटीवार का नाम चर्चा में है। हालांकि, चर्चा ये भी है कि राहुल नार्वेकर नई सरकार में मंत्री बनना चाहते हैं, ऐसे में सुधीर मुनगंटीवार अध्यक्ष पद के लिए मजबूत दावेदार माने जा रहे हैं। विधायकों की शपथ और अध्यक्ष के चुनाव के बाद 9 दिसंबर को ही राज्यपाल का अभिभाषण होगा। नई विधानसभा का शीतकालीन सत्र नागपुर में 16 से 21 दिसंबर तक चलेगा। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने 5 दिसंबर को शपथ के बाद कहा था कि शीतकालीन सत्र से पहले नए मंत्रिमंडल की घोषणा कर दी जाएगी।

5 दिसंबर को फडणवीस सीएम, एकनाथ शिंदे और अजित पवार डिप्टी सीएम बने
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव का रिजल्ट 23 नवंबर को आया था। 13 दिन के इंतजार के बाद देवेंद्र फडणवीस सीएम, एकनाथ शिंदे और अजित पवार ने डिप्टी सीएम पद की शपथ ली। काफी मनौव्वल के बाद डिप्टी सीएम पद स्वीकार करने वाले शिंदे महाराष्ट्र के दूसरे ऐसे नेता बने, जो सीएम से डिप्टी सीएम बने। वहीं, फडणवीस ने 10 साल में तीसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। ऐसा करने वाले वह भाजपा के पहले नेता हैं। एनसीपी नेता अजित पवार छठी बार डिप्टी सीएमबने। वे कांग्रेस, महायुति और महाविकास अघाड़ी सरकार में डिप्टी सीएम रहने वाले महाराष्ट्र के पहले नेता बन गए हैं।

विपक्ष के किसी भी दल के पास 10% सीटें नहीं, नेता विपक्ष पर संशय
महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीटों पर 20 नवंबर को वोटिंग हुई थी। 23 नवंबर को रिजल्ट आया। महायुति को 230 सीटें मिलीं। इसमें भाजपा को 132, शिवसेना को 57 और एनसीपी को 41 विधायक जीते। वहीं महाविकास अघाड़ी (एमवीए) को 46 और अन्य को 12 सीटें मिलीं। एमवीए में शिवसेना (यूबीटी) 20, कांग्रेस 16 और शरद पवार की एनसीपी को 10 सीटों पर जीत मिली। बहुमत का आंकड़ा 145 है। नेता विपक्ष पर दावा करने के लिए पार्टी के पास 10% सीटों होना जरूरी है। 288 सीटों वाली महाराष्ट्र विधानसभा में इस पद पर दावा करने के लिए 29 सीटों की जरूरत है, जो किसी भी विपक्षी पार्टी के पास नहीं हैं। ऐसे में विधानसभा में कोई मुख्य विपक्षी दल और उसका नेता नहीं होगा।

Shashi Kumar Keswani

Editor in Chief, THE INFORMATIVE OBSERVER