TIO, नई दिल्ली
दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले यमुना के पानी को लेकर सियासत तेज हो गई है। इस बीच पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हमारे प्रयासों की वजह से यमुना नदी में अमोनिया का लेवल कम हो गया है। इससे साफ है कि बीजीपी की अगुवाई में हरियाणा की सरकार ने यमुना में अमोनिया का लेवल बढ़ाने की साजिश की थी।
केजरीवाल ने कहा कि इस मामले पर चुनाव आयोग की ओर से भेजे गए नोटिस की भाषा से पता चलता है कि उन्हें जो करना है, वह करेंगे। दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी को दिसंबर में पता चला था कि यमुना नदी में अमोनिया का लेवल बढ़ना शुरू हो गया है। हम पानी पर राजनीति नहीं चाहते। दिल्ली की सीएम आतिशी और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने इस स्थिति को संभालने के लिए कई प्रयास किए हैं।
आम आदमी पार्टी के संयोजक केजरीवाल ने कहा कि आतिशी ने हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी से आग्रह किया था कि या तो पानी में अमोनिया का लेवल कम किया जाए या फिर यमुना के पानी की मात्रा बढ़ाई जाए। हरियाणा के सीएम ने तीन बार आतिशी के फोन का जवाब दिया लेकिन उसके बाद बात करनी बंद कर दी।
केजरीवाल ने कहा कि 26 जनवरी को यमुना के पानी में अमोनिया का लेवल 7पीपीएम था। 27 जनवरी को दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने इस मुद्दे को उठाया। या तो दिल्ली में स्वास्थ्य समस्याओं को बढ़ाने की साजिश थी या फिर जल संकट लाने की। अगर मैं इस मामले को नहीं उठाता तो दिल्ली के लगभग एक करोड़ लोगों को जल संकट का सामना करना पड़ता।
उन्होंने कहा कि आज यमुना के पानी में अमोनिया का लेवल 2।1पीपीएम तक आ गया है। दिल्ली और पंजाब के मुख्यमंत्रियों ने चुनाव आयोग से इस स्थिति से निपटने का अनुरोध किया था। लेकिन चुनाव आयोग ने मुझे नोटिस दे दिया। आयोग हाथ धोकर मेरे पीछे पड़ गया है।