TIO, वॉशिंगटन।
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने डेमोक्रेट पार्टी के प्राइमरी चुनाव में धमाकेदार जीत दर्ज की है और सुपर ट्यूसडे को हुए प्राइमरी इलेक्शन में सिर्फ एक राज्य को छोड़कर अन्य सभी राज्यों में जीत दर्ज की है। वहीं बाइडन के विरोधी डोनाल्ड ट्रंप ने भी रिपब्लिकन प्राइमरी चुनाव में अधिकतर राज्यों में जीत दर्ज की है। ट्रंप की जीत के बाद निक्की हेली पर राष्ट्रपति पद की रेस से बाहर होने का दबाव बढ़ गया है।
जो बाइडन बनाम ट्रंप होना तय
जो बाइडन को डेमोक्रेट प्राइमरी चुनाव में सिर्फ अमेरिकन सामोआ को छोड़कर अन्य राज्यों में जीत मिली है। अमेरिकी मीडिया की रिपोर्टस के अनुसार, जो बाइडन को प्राइमरी चुनाव में कोई खास चुनौती नहीं मिल रही है और नवंबर में वहीं ट्रंप के सामने राष्ट्रपति पद के तगड़े दावेदार हैं। जो बाइडन की बढ़ती उम्र को लेकर काफी बातें हो रही हैं, लेकिन जिस तरह से बाइडन ने प्राइमरी में जीत दर्ज की है, उसे देखते हुए लग रहा है कि शायद ही कोई नेता बाइडन की जगह ले पाए। डोनाल्ड ट्रंप सुपर ट्यूसडे को हुए 15 राज्यों के प्राइमरी चुनाव में से 11 में जीत दर्ज कर चुके हैं। निक्की हेली को सिर्फ वेर्मोन्ट में जीत मिली है। वहीं ट्रंप को कैलिफोर्निया, टेक्सास, नॉर्थ कैरोलाइना, टेनेसी, अलबामा, वर्जीनिया, ओकलाहामा, अरकंसास, मैसाच्युसेट्स, उटा, मिनेसोटा, कोलोराडो और मेन में जीते हैं।
1215 डेलिगेट्स का समर्थन जरूरी
अमेरिका में राष्ट्रपति पद की दावेदारी जीतने के लिए 1215 डेलिगेट्स का समर्थन जरूरी होता है। सुपर ट्यूसडे के नतीजों से पहले ही ट्रंप के पास 244 डेलिगेट्स का समर्थन था। वहीं हेली के पास 43 डेलिगेट्स का समर्थन है। आब जब ट्रंप सुपर ट्यूसडे इलेक्शन में लगभग क्लीन स्वीप कर चुके हैं तो यकीनन ट्रंप राष्ट्रपति पद की दावेदारी जीतने के करीब आ गए हैं। निक्की हेली ने बीते शनिवार को ही कोलंबिया डिस्ट्रिक्ट के प्राइमरी चुनाव में जीत दर्ज की थी और किसी प्राइमरी चुनाव में जीत दर्ज करने वाली वे अमेरिकी इतिहास की पहली रिपब्लिकन महिला हैं। साथ ही भारतीय मूल की भी पहली महिला हैं, जिन्होंने प्राइमरी चुनाव में जीत दर्ज की। अब वेर्मोन्ट में जीत से उन्हें थोड़ी राहत मिली है, लेकिन ट्रंप सुपर ट्यूसडे में लगभग क्लीन स्वीप कर राष्ट्रपति पद की दावेदारी जीतने के काफी करीब आ गए हैं।