TIO, श्रीनगर
जम्मू के राजौरी में रहस्यमयी बीमारी से जुड़ा बड़ा खुलासा हुआ। जिस बदहाल गांव में अब तक 17 लोगों की मौत हुई। वहां के तालाब का पानी टेस्टिंग में फेल हो गया। प्रशासन ने बताया, तालाब से लिए गए पानी के नमूनों में कीटनाशकों की मौजूदगी की पुष्टि हुई है। फिलहाल तालाब का सील करने का आदेश जारी कर दिया गया है। बीमारी से बदहाल (गांव का नाम) के मोहम्मद असलम के छठे और आखिरी बच्चे की जम्मू मेडिकल कॉलेज में मौत हो गई।
एक अधिकारी ने बताया कि मोहम्मद असलम ने पिछले रविवार (12 जनवरी) को बेटी यासमीना जान को राजौरी के मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया था। अगले दिन उसे जम्मू रेफर कर दिया गया, जहां आज शाम इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। इस रहस्यमयी बीमारी के चलते असलम के सभी छह बच्चों की मौत हो चुकी है। पिछले एक सप्ताह में उनके चार बेटियों, दो बेटों के अलावा मामा-मामी की भी मौत हो चुकी है।
स्वास्थ्य मंत्री ने रहस्यमय बीमारी होने की संभावना से इनकार किया
जम्मू-कश्मीर की स्वास्थ्य मंत्री सकीना मसूद ने गांव में हुई मौतों की वजह के पीछे रहस्यमय बीमारी होने की संभावना से इनकार किया है। उन्होंने कहा कि घबराने की कोई जरूरत नहीं है। केंद्र शासित प्रदेश के अंदर और बाहर किए गए सभी जांच के रिजल्ट नेगेटिव आए हैं।
मृतकों के नमूनों में न्यूरोटॉक्सिन मिला
मंत्री सकीना मसूद ने कहा कि अगर ये मौतें किसी बीमारी के कारण हुई होतीं तो ये तेजी से फैल जाती और केवल तीन परिवारों तक सीमित नहीं रहती। हालांकि कुछ हेल्थ एक्सपर्ट्स ने मृतकों के नमूनों में ‘न्यूरोटॉक्सिन’ पाए जाने की बात कही है। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि सरकार नेशनल लेवल के हेल्थ इंस्टीट्यूट्स की मदद ले रही है। इसमें पुणे का भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद, दिल्ली का राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र , ग्वालियर का रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन और पीजीआई चंडीगढ़ शामिल हैं। किसी भी जांच में कोई नेगेटिव रिजल्ट सामने नहीं आया है। पानी और फूड आइटम्स की भी जांच की गई है, लेकिन किसी भी जहरीले पदार्थ का पता नहीं चला है।
गृह मंत्रालय ने जांच के लिए इंटर मिनिस्ट्रियल टीम बनाई
गृह मंत्री अमित शाह ने इन मौतों की जांच के लिए शनिवार को इंटर मिनिस्ट्रियल टीम बनाने का आदेश दिया था। यह हाई लेवल टीम रविवार को गांव पहुंची थी। टीम को गृह मंत्रालय ही लीड कर रहा है। टीम में स्वास्थ्य, कृषि, रसायन और जल संसाधन मंत्रालय के एक्सपर्ट्स शामिल हैं। यह मौत की वजह की जांच के साथ ही आगे इस तरह की मौतें रोकने के लिए भी जरूरी कदम उठाएगी। इससे पहले 15 जनवरी को रियासी जिले के सीनियर सुपरिटेंडेंट आॅफ पुलिस गौरव सिकरवार ने रकळ गठित की थी। 11 मेंबरों की एसआईटी की अध्यक्षता सुपरिटेंडेंट आॅफ पुलिस (आॅपरेशन) वजाहत हुसैन कर रहे हैं।