मिशनरी संचालकों को अकारण मानसिक प्रताड़ना दी जा रही है -अजयसिंह

पूर्व नेता प्रतिपक्ष और विधायक अजय सिंह ने आरोप लगाया है कि भाजपा सरकार योजनाबद्ध तरीके से प्रदेश में एक खास विचारधारा को लेकर गुप्त एजेन्डा चला रही है। वह ईसाई मिशनरियों के संचालकों को अकारण पुलिस भेजकर डरा धमका रही है। बिना सर्च वारन्ट के और बिना कारण बताये वरिष्ठजनों को घर से उठाया जा रहा है। पुलिस के इस रवैये के कारण इस समुदाय के लोग डरे हुये और आश्चर्यचकित हैं। जबकि नब्बे प्रतिशत नागरिक और रहवासी उनके समर्थन में खड़े हैं| एक खास विचारधारा से ताल्लुक रखने वाले दस प्रतिशत लोग ही उनका विरोध करते हैं जिनका सरकार साथ देती है।

अजयसिंह ने कहा कि ताज़ा वाकया दमोह जिले का है जहाँ पिछले छह सात पुश्तों से डा. अजयलाल का परिवार सेवारत है| डा. अजयलाल को अकारण परेशान किया जा रहा है| डा. लाल वह शख्स हैं जिन्होंने कोरोना काल में सैकड़ों लोगों की पूरे मनोयोग से मदद की| इसके गवाह वहाँ के रहवासी हैं। दमोह उनकी कर्मभूमि है जहां वे अनाथ और बेसहारा बच्चों को सहारा देते हैं। सब जानते हैं कि समाज की सेवा, एजुकेशन और हेल्थ केयर के लिये कौन काम कर रहा है और कौन डिस्ट्रक्टिव हो रहा है। पुलिस जो भी कर रही वह सबके सामने है। यह बात अमेरिका से आये डा. लाल के बेटे बहू कह रहे हैं| उन्होंने बताया कि पुलिस बल ने उनके घर को घेर रखा है। डा. लाल का कुछ पता नहीं है कि पुलिस उन्हें कहां ले गयी है। वे सीनियर सिटीजन है।

सिंह ने कहा कि दिन भर पुलिस ने डा. लाल से पूछताछ की| उन्होंने न तो खाना खाया और न ही उन्हें दवाई दी गई| ! अभी उनका कुछ पता नहीं है| पुलिस उन्हें अपराधी कह कर मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रही है। पुलिस यह भी नहीं बता रही है कि डा. लाल कहाँ हैं| अजयसिंह ने मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव से आग्रह किया है कि वस्तुस्थिति पता करके तत्काल डा. लाल और उनके परिवार को अकारण दी जा रही मानसिक प्रताड़ना से बचायें अन्यथा दमोह में अप्रिय स्थिति बन सकती है|

Shashi Kumar Keswani

Editor in Chief, THE INFORMATIVE OBSERVER