TIO, मुंबई

डोनाल्ड ट्रंप के जवाबी टैरिफ से उपजी आशंकाओं और अमेरिकी बाजार की रिकॉर्ड गिरावट के बाद घरेलू शेयर बाजार में सोमवार को भारी गिरावट हुई। सेंसेक्स और निफ्टी धड़ाम हो गए। फिलहाल सेंसेक्स 3000 अंक और निफ्टी 1000 अंक लुढ़ककर कारोबार कर रहे हैं। हफ्ते के पहले कारोबारी दिन शुरूआती कारोबार में ही सेंसेक्स और निफ्टी पस्त हो गए। सेंसेक्स 3,939.68 अंक गिरकर 71,425.01 अंक पर खुला, जबकि निफ्टी 1,160.8 अंक गिरकर 21,743.65 अंक पर आ गया। ऐसे ही शुरूआती कारोबार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 30 पैसे गिरकर 85.74 डॉलर पर आ गया।

4 अप्रैल को भी भारी गिरावट के साथ बंद हुआ था बाजार
इससे पहले वैश्विक व्यापार युद्ध की बढ़ती आशंकाओं के बीच शुक्रवार (4 अप्रैल) को भारतीय शेयर सूचकांक सेंसेक्स 900 अंक से अधिक टूटकर 76,000 के स्तर से नीचे आ गया था। 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 930.67 अंक या 1.22 प्रतिशत गिरकर 75,364.69 अंक पर बंद हुआ था। कारोबार के दौरान यह 1,054.81 अंक या 1.38 प्रतिशत गिरकर 75,240.55 अंक के निचले स्तर पर पहुंच गया था। ऐसे ही एनएसई निफ्टी 345.65 अंक या 1.49 प्रतिशत गिरकर 22,904.45 पर बंद हुआ था। कारोबार के दौरान 50 शेयरों वाला बेंचमार्क इंडेक्स 382.2 अंक या 1.64 प्रतिशत गिरकर 22,867.90 पर बंद हुआ था।

एशियाई बाजारों का हाल
एशियाई बाजारों में जापान के निक्केई में छह फीसदी, दक्षिण कोरिया के कोस्पी इंडेक्स में 4.50 फीसदी और चीन का शंघाई इंडेक्स में 6.50 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई। हॉन्गकॉन्ग का हैंगसेंग 10 फीसदी लुढ़क कर कारोबार करता दिखा।

अमेरिकी बाजार में भी भूचाल
बाजार में मची हाहाकार से अमेरिका भी अछूता नहीं है। दुनिया भर के वित्तीय बाजारों में बिकवाली शुक्रवार को और भी अधिक भयावह स्तर पर पहुंच गई थी। वैश्विक अर्थव्यवस्था में मंदी के खतरे चीन की ओर से जवाबी टैरिफ के एलान के बाद डॉव में 2,231 अंक या 5.5% की गिरावट आई थी। व्यापक एसएंडपी 500 में 5.97% की गिरावट आई थी। तकनीक-प्रधान नैस्डैक कंपोजिट में में भी 5.82% की गिरावट दर्ज की गई थी। ऐसे ही नैस्डैक कंपोजिट में 5.5% की गिरावट दर्ज की गई थी। कोविड संकट के बाद यह अमेरिकी बाजार की सबसे बड़ी गिरावट थी।

ट्रंप के जवाबी टैरिफ को जानिए
दरअसल, 2 अप्रैल को अमेरिका ने भारत पर 26 फीसदी जवाबी टैरिफ लगाने का एलान किया था। इसके साथ ही अमेरिका ने वियतनाम पर 46 फीसदी, चीन पर 34 फीसदी, ताइवान पर 32 फीसदी, दक्षिण कोरिया पर 25 फीसदी, जापान पर 24 फीसदी और यूरोपीय यूनियन पर 20 फीसदी टैरिफ लगाने का एलान किया। ट्रंप ने कहा कि ये देश हम पर बहुत अधिक टैरिफ लगाते हैं, इस वजह से हम उन पर जवाबी टैरिफ लगा रहे हैं। इसके बाद से भारत समेत तमाम देशों में महंगाई और मंदी को लेकर आशंकाएं पनपने लगी। अमेरिका भी इससे अछूता नहीं है।

Shashi Kumar Keswani

Editor in Chief, THE INFORMATIVE OBSERVER