TIO, कोलकाता।
संदेशखाली लंबे समय से सुर्खियों में बना हुआ है। टीएमसी नेता शाहजहां शेख की गिरफ्तारी के कुछ दिनों बाद ही पश्चिम बंगाल सरकार ने बशीरहाट पुलिस के दो अधिकारियों को हटा दिया है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, राज्य सरकार ने इंटेलिजेंस ब्यूरो (डीआईबी) के निदेशक डीएसपी सुजीत कुमार मंडल और इंस्पेक्टर काजल बनर्जी को उनके पद से हटाया है।
राज्य सरकार के अधिकारी के मुताबिक, बैरकपुर पुलिस में निरीक्षक पद पर पदस्थ राकेश चटर्जी को अब मंडल की जगह नियुक्त किया गया है। चटर्जी हिंगलगंज पुलिस स्टेशन और हेमनगर कोसास पुलिस स्टेशन का भी जिम्मा संभालेंगे। वहीं, बनर्जी की जगह रक्तिम चट्टोपाध्याय लेंगी, जो पहले पूर्व बर्धमान जिले के सर्कल इंस्पेक्टर (सीआई) के रूप में कार्यरत थी। मंडल को रायगंज भेज दिया गया है तो बनर्जी को सीआईडी में नियुक्त कर दिया गया है।
55 दिन बाद हुई शेख की गिरफ्तारी
पश्चिम बंगाल पुलिस ने 55 दिन बाद हाल ही में शेख को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने उत्तर 24 परगना जिले से शेख को गिरफ्तार किया था। वह मिनाखा इलाके में एक घर से छिपा हुआ था। शाहजहां प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम पर हुए हमले के बाद से फरार था। केंद्रीय एजेंसी ने फरार नेता पर शिंकजा कसने के लिए नोटिस जारी किया था। उधर स्थानीय महिलाओं ने भी शाहजहां के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था। महिलाओं ने शाहजहां और उसके समर्थकों पर यौन शोषण और जबरन जमीन कब्जाने जैसे कई गंभीर आरोप लगाए थे।
टीएमसी नेता कब से फरार था?
5 जनवरी को ईडी की टीम पश्चिम बंगाल के राशन घोटाले में शाहजहां शेख के आवासों पर छापेमारी करने गई थी। इस दौरान ईडी के अधिकारियों की गाड़ियों पर पत्थरबाजी की गई। आरोप टीएमसी नेता शाहजहां शेख के समर्थकों पर लगा। इसके बाद से शाहजहां शेख फरार हो गया और समन करने के बावजूद एजेंसी के सामने पेश नहीं हुआ। इधर ईडी ने घटना को लेकर एक शिकायत दर्ज कराई, जिसके आधार पर शाहजहां के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई। बता दें, अदालत ने शाहजहां को 10 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया है। 4 मार्च को कलकत्ता हाईकोर्ट शाहजाहां के मामले की सुनवाई करेगी।