शशी कुमार केसवानी

दुनियाभर में आप एक से बढ़कर एक बार देखें होंगे। मैंने भी बहुत देखें हैं। पर वे हमें बड़े बंधे-बंधे से महसूस होते हैं। ऐसे लगता है किसी ने जकड़कर कहीं बैठा दिया है। एक बड़े अर्से बाद एक बार ऐसी जगह खुला है, जहां पर बड़ा खुलेपन के साथ साथ प्रकृति से जुड़ा हुआ महसूस किया जा सकता है। नाम है सिट्रस गार्डन प्रोजेक्ट। जहांनुमा रिट्रीट के अंदर यह एक ऐसा बार है, जहां आप अनेकों तहर के मॉकटेल के साथ साथ कॉकटेल भी इंज्वाय कर सकते हैं। बार की खूबी यह है कि जो भी कॉकटेल और मॉकटेल तैयार किए जाते हैं, उसमें उपयोग आने वाली सभी चीजें वहीं के गार्डन में पैदा की जाती है। किसी भी तरह का सिरप यूज नहीं किया जाता है। पूरी प्रक्रिया प्राकृतिक तरीके से की जाती है। इनका स्वाद एक से बढ़कर एक रहता है। जिसे शायद शब्दों में उस तरह से बयां नहीं किया जा सकता। विशेषता यह है कि मप्र और भोपाल में पैदा होने वाले कई फूल पत्तियों का खूब उपयोग किया गया। महुआ का भी उपयोग जबरदस्त तरीके से किया गया है। कचनार की पत्तियों का जिस तरह से उपयोग किया गया है वह अपने आप में एक अलग स्वाद के साथ महक जो आपकी रूह में ताजगी भर दे वहीं अनुभव किया जा सकता है।

यह शायद प्रदेश का पहला बॉटनिक बार है, जहां इस तरह के अनुभव के साथ साथ कुछ खाने के लिए भी हल्के फुल्के स्नैक्स हैं जो आपको ताजगी से भर देंगे। खासतौर पर चाट घेवर का आपने शायद कभी स्वाद भी न लिया हो वह भी आपके लिए उपलब्ध रहेगा। उसके अलावा कई ऐसे व्यंजन हैं जो आपको इस कॉकटेल और मॉकटेल में अलग अनुभव कराएंगे। जिसके लिए आपको वहां जाकर ही यह स्वाद लेना पड़ेगा। लिखकर यह बताना मुश्किल है कि किस चीज का स्वाद कैसा था यह तो अनुभव करने वाली ही बात है। मैंने तो इस तरीके से शायद पहली बार व्यंजनों के स्वाद के साथ कॉकटेल और मॉकटेल का अनुभव किया है, जिनमें हमें ज्यादा पसंद आए उनके नाम इस प्रकार है। आप अगर भोपाल में रहते हैं तो आप वहां जाकर इन सबका स्वाद ले सकते हैं। मैंने देखा भोपाल से ज्यादा बाहर के लोग यह स्वाद लेने लगातार आ रहे हैं और एक अलग वातावरण में एक शाम गुजारने का अनुभव कर रहे हैं।

CHAMOMILE, CONSCIOUSLY

FLOR DE FUEGO

THE ELUSIVE BIRD

INDIAN ELF

LINGER ON, GINGER!

SMOKE ON THE WATER

SOUTHERN BELLE

WITH LOVE, FROM LEH 750

INDIAN SUMMER

TERRA VERDE

A RENDEZVOUS WITH RUBY

THE PINEAPPLE PUNCH 500

THE GRAPE ESCAPE 500

Shashi Kumar Keswani

Editor in Chief, THE INFORMATIVE OBSERVER