भोपाल। मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव संपन्न हो गया है। इलेक्शन में भाजपा ने जहां ऐतिहासिक जीत दर्ज की है। वहीं कांग्रेस को शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा है। भाजपा के हाथों में मिली करारी शिकस्त के बाद पीसीसी चीफ कमलनाथ द्वारा अध्यक्ष पद छोड़ने की खबरें जोरों पर चल रही हैं। इतना ही नहीं, गुरुवार की देर शाम तो नाथ के पद से इस्तीफा देने की खबरे भी मीडिया में चलने लगी थीं। हालांकि कुछ समय बाद ही कांग्रेस ने इन खबरों का खंडन कर दिया है। बता दें कि कमलनाथ बीते छह साल से मप्र कांग्रेस अध्यक्ष का पद संभाल रहे हैं।
कांग्रेस के आॅफिशियल सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म और कमलनाथ के राजनीतिक सलाहकार पीयूष बबेले ने इस्तीफा देने की खबर का खंडन किया है। उन्होंने ट्वीट कर खबर को भ्रामक और असत्य बताया। उन्होंने अपने आॅफिशियल सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर लिखा- प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ जी के इस्तीफे देने संबंधी खबर पूर्णत: असत्य एवं निराधार है। मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी इसका खंडन करती है। ज्ञात हो कि 2018 का चुनाव कमलनाथ के नेतृत्व में लड़कर कांग्रेस ने सरकार बनाई थी और 15 साल बाद प्रदेश में सत्ता पाई थी।
सत्ता में वापसी के लिए नाथ ने की थी कड़ी मेहनत
15 महीने सरकार चलाने के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया अपने समर्थक विधायकों के साथ कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए थे। जिससे कमलनाथ के नेतृत्व वाली सरकार गिर गई थी। भाजपा ने शिवराज के नेतृत्व में सरकार बनाई थी। इसके बाद कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने 2023 में सत्ता वापसी के लिए कड़ी मेहनत की। हालांकि 2023 के परिणाम कांग्रेस के पक्ष में नहीं आए और 2018 की 114 सीटों के मुकाबले इस बार कांग्रेस 66 सीटों पर सिमट गई। इसी को लेकर प्रदेश कांग्रेस के नेतृत्व बदलाव की मांग उठी थी। हालांकि पार्टी का एक पक्ष आगामी लोकसभा चुनाव तक उनके पीसीसी चीफ बने रहने के पक्ष में है।