सागर। मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में भाजपा को अप्रत्याशित जीत मिली है। खास बात यह रही है कि भाजपा ने इस चुनाव में सभी संभागों में शानदार प्रदर्शन किया है। भाजपा ने बुंदेलखंड के सागर जिले की चार सीटों में से भाजपा ने तीन पर कब्जा जमाया है। लेकिन भाजपा का गढ़ माने जाने वाली बीना विधानसभा में इस बार कमल नहीं खिल पाया। यहां पर कांग्रेस प्रत्याशी निर्मला सप्रे ने भाजपा के पूर्व विधायक महेश राय को शिकस्त दी है। अपनी हार का जिम्मेदार भाजपा जिलाध्यक्ष गौरव सीरोठिया को ठहराया जा रहा है।
भाजपा प्रत्याशी ने सुनियोजित तरीके से हराने की बात कहते हुए पार्टी से गद्दारी करने का गंभीर आरोप भी लगाया है। इतना ही नहीं पूर्व विधायक ने जिलाध्यक्ष की टीम सहित तीनों मंडल अध्यक्ष पर भी पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप लगाए हैं। साथ ही पार्टी पदाधिकारियों से शिकायत कर कार्रवाई की मांग की है। महेश राय ने कहा कि जिलाध्यक्ष ने सीएम शिवराज की सभा नहीं होने दी। इसके बाद इन्होंने उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ की सभा भी कैंसिल करवाई। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह की सभा भी दूसरे जगह करवा दी। इन सभाओं के कारण भी प्रायोजित तरीके से षडयंत्र रच कर सभाओं को कैंसिल करना यह भी जिलाध्यक्ष का काम था।
महेश राय ने आरोप लगाते हुए कहा कि मंडल अध्यक्ष शुभम तिवारी ने बूथ अध्यक्ष की लिस्ट और पोलिंग एजेंटों की लिस्ट जो कि एक गोपनीय कार्य था। इस गोपनीय लिस्टों को भी अपने तरीके से कांग्रेस के प्रत्याशियों को उपलब्ध करवाया गया। पूर्व विधायक ने कहा कि नरेंद्र सिंह, अजय सिंह और सुरेंद्र सिंह ने कांग्रेस प्रत्याशी का वार्डों ने पैसा बांटा और फाइनेंस भू-माफियों से इन्होंने किया, जो कि मेरा हार का कारण बनाया।