कनुप्रिया ऋषिमम

डिजनी प्लस हॉटस्टार पर हालिया रिलीज हुई फिल्म घोड़ी पे होकर सवार आजकल ट्रेंडिंग होने के साथ साथ काफी चर्चा में भी है। फिल्म की सबसे खास बात ये है कि फिल्म के संवाद और गानों का बुंदेली भाषा में होते हुए भारत के हर क्षेत्र में सराहा जाना ही इसकी सबसे बड़ी खासियत है। घोड़ी पे होके_ सवार एक 45 मिनट की लघु फिल्म है जो एक संवेदनशील विषय के बारे में सामाजिक व्यंग्य है जो 21वीं शताब्दी में भारत में अभी भी मौजूद हैं । समाज के कुछ वर्गों के जीवन में वो बातें बहुत बड़ी होती हैं जो शायद ज्यादातर लोगों के लिए आम बातें हैं। फिल्म की कहानी ऐसे ही एक वर्ग के नायक के इर्दगिर्द घूमती है कि कैसे फिल्म का नायक अपनी बारात को घोड़े पर बिठाकर हास्यपूर्ण तरीके से लाने के लिए संघर्ष करता है हर दूसरे प्रोजेक्ट की तरह, यह फिल्म भी शुरू से लेकर अब तक कई उतार-चढ़ाव से गुजरी है। फिल्म को बड़े उत्साह, ढेर सारे प्यार और कड़ी मेहनत के साथ शूट किया गया है।

मशरूम वर्ल्ड फिल्म्स के बैनर तले बनी इस के फिल्म के निमार्ता भूपेश वर्मा हैं जो पिछले 25 सालों से फिल्म इंडस्ट्री में अपना महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं। निमार्ता फिल्म का आधार होता है और बुंदेली भाषा में बनी ये फिल्म आज देश के इतने बड़े प्लेटफॉर्म पे रिलीज होकर जो कमाल कर रही है उसका श्रेय फिल्म के निर्माता भूपेश वर्मा और मशरूम वर्ल्ड फिल्म्स के एम.डी. समीर सागर को ही जाता है। फिल्म के लेखक और निर्देशक आकाश निंदाने हैं जिन्होंने अपने विजन से फिल्म को ग्लोबल बनाया फिल्म के निर्देशक आकाश जी का कहना है कि ये फिल्म न कवेल लोगों की मानसिकता बदलेंगी बल्कि जीवन को नए सिरे से देखने का जज्बा भी देगी। फिल्म के विसुअल प्रमोशन की जिम्मेदारी कनुप्रिया ऋषिमम ने बखूबी निभाई है। कनुप्रिया कहती हैं कि ये उनके लिए सिर्फ प्रोजेक्ट नहीं था , ये एक मौका था अपने सिनेमा को लोगों तक पहुँचाने का। फिल्म के मुख्य कलाकारों में जैकी भावसर जो कि भोपाल के रंगमंच और फिल्म जगत के जाने माने कलाकार हैं , का साथ गुड़िया हमारी सबपे भारी फेम सारिका बहरोलिया ने दिया है ।

इसके अलावा अजय पाल, प्रतीक पचौरी भी प्राथमिक भूमिकाओं में दिखाई देंगे। फिल्म को मुम्बई फिल्म जगत के लोगों ने भी काफी सराहा है। फिल्म के निमार्ताओं का कहना है कि फिल्म के रेस्पॉन्स को देखते हुए इसे नेशनल और इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल्स में भेजा जाएगा और बुंदेली भाषी सिनेमा को क्षेत्रीय स्तर से राष्ट्रीय स्तर तक स्थापित किया जाएगा । कनुप्रिया मुंबई में काफी लंबे समय से फिल्मों मेंंकार्यरत है और उन्होंने अनेकों ऐसे कार्य किए है, जिससे उनका नाम जाना जाता है। खुद बुंदेली होने की वजह से बुंदेली की बारिकीयों में बहुत ध्यान दिया गया है इसी की वजह से फिल्म अंतराष्टÑीय स्तर की नजर आ रही है।

 

Shashi Kumar Keswani

Editor in Chief, THE INFORMATIVE OBSERVER