TIO छिंदवाड़ा

प्रदेश कांग्रेस अध्‍यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने इन दिनों अपने गृहनगर के दौरे पर हैं। उनके सांसद पुत्र नकुल नाथ भी छिंदवाड़ा में ही हैं। शनिवार को शिकारपुर स्थित निवास में कमल नाथ ने पत्रकारों से चर्चा की। इस चर्चा के दौरान उन्‍होंने प्रदेश सरकार पर विकास कार्यों में भेदभाव करने का आरोप लगाते हुए कहा कि जिले के स्‍वीकृत परियोजनाओं में अड़ंगा लगाया जा रहा है। इसके साथ ही उन्‍होंने सीएम शिवराज को शिलान्‍यास मंत्री की संज्ञा भी दे दी।

कमल नाथ ने कहा कि छिंदवाड़ा इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस, सिम्स में 2018 में कांग्रेस की सरकार बनने पर कार्डियक सेंटर और सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल स्वीकृत किया गया था। इसके लिए 1455 करोड़ रुपए स्वीकृत किए गए थे। लेकिन भाजपा सरकार ने काम बंद कर दिया और अक्टूबर 2021 में राशि को घटाकर 665 करोड़ कर दिया और अब 768 करोड़ रुपए कर वाहवाही लूटने की कोशिश कर रहे हैं।

इसी तरह कमल नाथ ने कहा कि कृषि एवं उद्यानिकी महाविद्यालय के लिए 104.54 करोड़ रुपए और उद्यानिकी महाविद्यालय के लिए 101.09 करोड़ रूपए की प्रशासकीय स्वीकृति जारी हुई। दोनो महाविद्यालयों के भवन निर्माण के लिए 199 रुपए की संयुक्त निविदा जारी की गई थी। 213 करोड़ रुपए की बिड जेपी स्ट्रक्टर प्राइवेट लिमिटेड राजकोट से प्राप्त हुई थी। भाजपा सरकार द्वारा पिछले 2.5 साल में छिंदवाड़ा के कृषि महाविद्यालय का काम शुरू नहीं किया गया।

पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने कहा कि सीएम शिवराज सिंह चौहान शिलान्यास मंत्री बन गए है। शिलान्यास विभाग अपने पास रखा है। सीएम शिवराज आज ही डिंडोरी, कटनी और इंदौर में शिलान्यास करेंगे, लेकिन जनता अब मूर्ख नहीं बनने वाली है। आज भाजपा के पास 3 चीजें बची हैं, पुलिस, पैसा और प्रशासन। राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के बारे में सवाल पूछे जाने पर उन्‍होंने कहा कि ‘भारत जोड़ो यात्रा’ में लोग स्‍वेच्‍छा से साथ आ रहे हैं। प्रदेश में भी इस यात्रा में आए हुए लोग 80 फीसदी थे, लाए हुए सिर्फ 20 फीसदी थे।

कमल नाथ ने कहा कि पीएम मोदी के गृह क्षेत्र में भी सारे विधायक भाजपा के नही हैं, लेकिन छिंदवाड़ा में सारे विधायक कांग्रेस के हैं। कमल नाथ ने कहा कि मैं कथा वाचक प्रदीप मिश्रा की कथा छिंदवाड़ा में करवाऊंगा, वो किसी भी विचारधारा के हों, इससे मतलब नही है। भाजपा जाति और धर्म में लोगों को बांट रही है।

 

 

Shashi Kumar Keswani

Editor in Chief, THE INFORMATIVE OBSERVER