TIO NEW DELHI
इजराइल की सेना ने इस बात को स्वीकार कर लिया है कि वो 7 अक्टूबर को हुए हमास के हमले को रोकने में नाकाम रहे। इजराइली सेना चीफ ने कहा- लोगों की रक्षा करना सेना का काम है, लेकिन हम इसमें नाकाम रहे। ये हमारे लिए सीख है। अब समय जंग का है।
वहीं, इजराइल ने गाजा के लोगों से कहा है कि वो गाजा सिटी खाली कर दें। 24 घंटे में वादी गाजा में रहने वाले फिलिस्तीनी वहां से हट जाएं। वहां रहने वाले लोग उनके दुश्मन नहीं है। वो केवल हमास का खात्मा करना चाहते हैं।
इजराइल के इस आदेश पर UN के प्रवक्ता ने कहा है कि इस इलाके में 10 लाख से ज्यादा लोग रहते हैं। ये गाजा की आधी आबादी है। इन्हें इतने कम समय में वहां से हटने का आदेश देना उनकी जिंदगी से खिलवाड़ करने जैसा है। इससे मानवीय संकट पैदा होगा। UN ने अपील की है, इजराइल इस ऑर्डर को वापस ले।
इजराइल-हमास जंग के बीच भारत सरकार ने इजराइल में फंसे अपने नागरिकों को एयरलिफ्ट करना शुरू कर दिया है। शुक्रवार सुबह 212 भारतीय नागरिकों को लेकर एअर इंडिया की फ्लाइट दिल्ली पहुंची।
दिल्ली एयरपोर्ट पर केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने सबका स्वागत किया। भारतीय समय के अनुसार इजराइल के डेविड बेनगुरिअन एयरपोर्ट से गुरुवार देर रात 12:44 बजे फ्लाइट ने भारत के लिए उड़ान भरी थी। इजराइल में करीब 18 हजार भारतीय रहते हैं।
दूसरी तरफ, हमास ने इजराइल के हमले के खिलाफ शुक्रवार को दुनिया भर में विरोध-प्रदर्शन का आह्वान किया है। फिलिस्तीनियों को वेस्ट बैंक और पूर्वी यरूशलम की अल-अक्सा मस्जिद तक मार्च निकालने को कहा गया है।
अल-अक्सा मस्जिद में फिलिस्तीनी पूरे दिन रुकेंगे। यहां जुमे की नमाज के लिए भारी संख्या में लोग पहुंचते हैं। हमास ने अपने समर्थकों को इजराइली सैनिकों से भिड़ने की खुली छूट दे दी है। वहीं इजराइल ने विदेशों में अपने नागरिकों से सावधानी बरतने की अपील की है।