नई दिल्ली। इस्राइल हमास की लड़ाई अकल्पनीय मानवीय आपदा लेकर आई है। बता दें कि गाजा के अल नस्र अस्पताल के आईसीयू में नवजात बच्चों के शव सड़ी-गली हालत में मिले हैं। गाजा के एक रिपोर्टर ने अस्पताल का वीडियो बनाया है, जिसमें दिख रहा है कि अस्पताल में नवजात बच्चों के शव अभी भी आईसीयू के बेड पर लाइफ सेविंग इक्विपमेंट्स से जुड़े हुए हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, वीडियो में चार नवजातों के शव दिख रहे हैं और कुछ तो कंकाल में बदल चुके हैं।

इस्राइल के हमले के बाद खाली किया गया था अस्पताल
बता दें कि नवंबर की शुरूआत में इस्राइल और हमास के बीच गाजा के अस्पतालों में लड़ाई लड़ी गई थी। इस्राइल का आरोप था कि इन अस्पतालों में हमास के आतंकियों ने अपने ठिकाने बनाए हुए हैं। इस्राइल ने हमले से पहले अस्पताल खाली करने का निर्देश दिया था। जिसके चलते अस्पताल का स्टाफ जल्दबाजी में यहां से निकल गया था और माना जा रहा है कि इसी दौरान कई नवजात बच्चों को अस्पताल में ही छोड़ दिया गया, जिनकी बाद में मौत हो गई। अस्पताल के एक डॉक्टर ने बताया कि अस्पताल खाली करने से पहले ही दो नवजात बच्चों की मौत हो गई थी, जबकि अन्य बच्चे जीवित थे लेकिन बाद में देखभाल नहीं मिलने के चलते उनकी भी मौत हो गई।

इस्राइल ने आरोपों को नकारा
अस्पताल के पीडियाट्रिक विभाग के प्रमुख डॉ. मुस्तफा अल कहलौत का कहना है कि 9 नवंबर को अस्पताल के आईसीयू की आॅक्सीजन सप्लाई काट दी गई थी। इस दौरान अंतरराष्ट्रीय संगठनों, रेड क्रॉस आदि से भी सप्लाई फिर से शुरू करने की अपील की गई थी लेकिन इसके बावजूद सप्लाई बंद रही। साथ ही युद्ध के चलते अस्पताल में एंबुलेंस भी नहीं पहुंच पाईं। साथ ही अस्पताल के स्टाफ को भी जल्दबाजी में अस्पताल परिसर खाली करने का आदेश दिया गया। वहीं इस्राइली सेना ने नवजात बच्चों की जिम्मेदारी लेने से इनकार कर दिया है और कहा है कि उन पर लगे आरोप बेबुनियाद और फर्जी हैं।

Shashi Kumar Keswani

Editor in Chief, THE INFORMATIVE OBSERVER