TIO, जालंधर।
भारत में आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई कनाडा में फंड जुटा रही है। इसके लिए खालिस्तानी संगठनों का इस्तेमाल किया जा रहा है। इतना ही नहीं पंजाब के वांछित गैंगस्टर भी इसमें मदद कर रहे हैं। यह खुलासा सेंट्रल इंटेलिजेंस ब्यूरो की रिपोर्ट में हुआ है। इसके अनुसार भारत विरोधी गतिविधियों के लिए अब कनाडा की धरती का इस्तेमाल किया जा रहा है।
गैंगस्टरों को आतंकवाद की लहर से जोड़कर भारत में धन उगाही व ड्रग्स के धंधे के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है। इससे होने वाली कमाई का एक बड़ा हिस्सा आतंकवाद पर खर्च किया जा रहा है। केंद्रीय एजेंसियों की रिपोर्ट में जिक्र है कि कनाडा में बैठे आतंकवादी धन एकत्रित कर न केवल पाकिस्तान भेज रहे हैं, बल्कि भारत में आतंक फैलाने पर खर्च कर रहे हैं। पिछले साल आईएसआई के कुछ एजेंट कनाडा के वैंकूवर में खालिस्तानी आतंकियों से मिले थे। इस मीटिंग में गुरपतवंत सिंह पन्नू समेत दूसरे खालिस्तानी आतंकी भी शामिल हुए थे।
इसमें यह प्लान बनाया गया कि पैसे की आतंकी गतिविधियों के लिए फंडिंग वाया कनाडा की जाए। इसके बाद से अचानक लखबीर लंडा के नेटवर्क में तेजी आ गई। इसके बाद पंजाब में रंगदारी का धंधा तेज हो गया। कनाडा में पिछले सात माह में रंगदारी के मामले तेजी से बढ़े हैं। कनाडा के वैंकूवर में खासकर ट्रांसपोर्टरों को रंगदारी के लिए कॉल्स आने लगी हैं। एजेंसियों के मुताबिक कुछ समय में कनाडा में आईएसआई ने अपना आधार मजबूत कर लिया है।
हाल ही में कनाडा में पाकिस्तान की जासूसी एजेंसी इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस के एजेंट के रूप में पहचाने जाने वाले एक व्यक्ति को अज्ञात लोगों ने आग लगाकर मार डाला। सूत्रों के अनुसार मारे गए व्यक्ति की पहचान राहत राव के रूप में हुई है। उसका कनाडा के सरीं सेंट्रल इलाके में फॉरेक्स का कारोबार है। कहा जाता है कि राहत राव कनाडाई-पाकिस्तानी समुदाय से संबंध रखते थे। सरीं वही इलाका है, जहां खालिस्तानी आतंकवादी हरजीत सिंह निज्जर की गुरुद्वारे के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। एजेंसियों के मुताबिक, आतंकी संगठन बब्बर खालसा इंटरनेशनल संगठन का हेडक्वार्टर मुख्य तौर पर पाकिस्तान में है, लेकिन धन एकत्रित करने के लिए मुख्य तौर पर यूरोप और नॉर्थ अमेरिका व कनाडा उनका सेंटर है।
आतंकियों व गैंगस्टरों के नाम पर हो रही वसूली
पंजाब पुलिस ज्वाइंट कमिश्नर संदीप शर्मा ने बताया कि कनाडा में बैठकर भारत में रंगदारी के लिए लखबीर सिंह उर्फ लांडा, गोल्डी बराड़, चरणजीत सिंह उर्फ रिंकू रंधावा, अर्शदीप सिंह उर्फ अर्श डल्ला, रमनदीप सिंह उर्फ रमन जज, गुरपिंदर सिंह उर्फ बाबा के नाम प्रमुख हैं। पंजाब से करोड़ों रुपये हर साल रंगदारी के रूप में कनाडा बैठे इन आतंकियों व गैंगस्टरों के नाम पर वसूले जा रहे हैं। इनको आगे कनाडा ट्रांसफर कर वहां पर भारत विरोधी गतिविधियों के लिए खर्च किया जा रहा है। पुलिस इनके गुर्गों को लगातार पकड़ भी रही है।