चेन्नई। बिहार में चल रहे सियासी घटनाक्रम के बीच विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ को लेकर भी संशय बना हुआ है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा की गई पीएम मोदी की तारीफ ने राजनीतिक हलचल बढ़ा दी है। इसी बीच, विपक्षी गठबंधन में अहम माने जाने वाले नीतीश कुमार के मुख से निकली मोदी सरकार की तारीफ कुछ विपक्षी दलों को रास नहीं आ रही है। विपक्षी गठबंधन इंडिया के सहयोगी दल डीएमके ने भाजपा को लेकर बयानबाजी तेज कर दी है। तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन ने इंडिया गठबंधन के नेताओं से आग्रह किया कि वह भाजपा के खिलाफ इस लड़ाई को बंटने न दें।

भाजपा को हराना हमारा लक्ष्य- स्टालिन
तिरुचिरापल्ली में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने कहा कि विपक्षी गठबंधन के सहयोगियों को एकजुट रहना चाहिए। साथ ही कहा कि हमें भाजपा को आगामी चुनाव में सबक सिखाना होगा। साथ ही कहा कि भाजपा के खिलाफ वोटों को विभाजित न होने दें। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि विपक्षी गठबंधन में अगर कोई मतभेद है तो उसे बैठकर सुलझा लिया जाएगा। हमारा एक ही लक्ष्य होना चाहिए की भाजपा दोबारा सत्ता में काबिज न हो।

विपक्ष गठबंधन के सदस्य दलों में बदले सुर
इसी बीच, भाजपा के खिलाफ लामबंद हुए सभी विपक्षी गठबंधन में अंदरुनी कलह सामने आने लगा है। कुछ दिनों पहले पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी कांग्रेस के साथ सीट बटंवारे को लेकर कहा था कि किसी को सीटें नहीं देंगे। वहीं पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने अकेले चुनाव लड़ने की घोषणा की थी। जिससे साफ जाहिर होता है कि मोदी सरकार के खिलाफ लामबंद हुए विपक्षी खुद बिखरने की कगार पर जा खड़े हुए हैं।

हमेशा से हमारे दरवाजे खुले हुए हैं- सुशील मोदी
विपक्षी गठबंधन इंडिया की बैठकों में शामिल होने वाली आम आदमी पार्टी चुनाव में खास बनने की तैयारी कर रही है। उन्होंने विपक्ष से हटकर हरियाणा और चुनाव में अकेले चुनाव लड़ने की घोषणा कर डाली। इंडिया गठबंधन महज बैठकों तक सीमित रह गया है। बिहार में चल रहे सियासी घटनाक्रम के बीच भाजपा के वरिष्ठ ने ता सुशील कुमार मोदी ने कहा कि हमारे हमेशा से दरवाजे खुले हुए हैं। इस बयान ने एक बार फिर बिहार के सियासी आग में घी डालने का काम किया है।

Shashi Kumar Keswani

Editor in Chief, THE INFORMATIVE OBSERVER