मुंबई। पश्चिम बंगाल, बिहार और पंजाब के बाद अब महाराष्ट्र में भी विपक्षी गठबंधन को बड़ा झटका लग सकता है। दरअसल वंचित बहुजन अघाड़ी के प्रमुख प्रकाश आंबेडकर ने दावा किया है कि इंडिया गठबंधन खत्म हो चुका है। प्रकाश आंबेडकर ने शुक्रवार को मुंबई में शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस नेताओं से मुलाकात की। ऐसी चर्चाएं हैं कि प्रकाश आंबेडकर की पार्टी शिवसेना (यूबीटी) कांग्रेस और एनसीपी के गठबंधन वाले महाविकास अघाड़ी के साथ मिलकर लोकसभा चुनाव लड़ सकती है।
‘राष्ट्रीय स्तर के गठबंधन में अब कुछ नहीं बचा’
आंबेडकर ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि ‘भाजपा से मुकाबले के लिए बनाए गए राष्ट्रीय स्तर के गठबंधन में अब कुछ नहीं बचा है। हकीकत यही है।’ आंबेडकर ने कहा कि ‘हम लोग महाविकास अघाड़ी को इंडिया गठबंधन नहीं बनने देंगे। हम सभी को फूंक-फूंक कर कदम उठाने होंगे।’ शुक्रवार को दक्षिण मुंबई के एक होटल में महाविकास अघाड़ी गठबंधन की बैठक बुलाई गई। इस बैठक में उद्धव ठाकरे गुट के संजय राउत, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले, अशोक चव्हाण, बालासाहेब थोराट, मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष वर्षा गायकवाड़, एनसीपी के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल, जितेंद्र आव्हाड शामिल हुए। इस बैठक में वंचित बहुजन अघाड़ी के प्रकाश आंबेडकर भी शामिल हुए।
महाराष्ट्र में दलित वर्ग के मतदाताओं को अपने पाले में करने के लिए महाविकास अघाड़ी गठबंधन प्रकाश आंबेडकर के साथ मिलकर आम चुनाव लड़ सकता है। मुंबई की बैठक भी इसी मुद्दे पर हुई। हालांकि मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, प्रकाश आंबेडकर ने अभी न्यूनतम साझा कार्यक्रम तय करने की बात कही है और न्यूनतम साझा कार्यक्रम तय होने के बाद ही सीट बंटवारे पर बात होगी।
संजय राउत बोले- इंडिया गठबंधन टूटा नहीं है
प्रकाश आंबेडकर के विपक्षी गठबंधन के खत्म होने वाले बयान के तुरंत बाद संजय राउत ने बात संभालते हुए कहा कि इंडिया गठबंधन टूटा नहीं है। सीट बंटवारे पर घटक दलों के बीच कुछ मुद्दे हैं, लेकिन रणनीतिक फैसले लिए जा रहे हैं। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि आंबेडकर ने कुछ मुद्दे उठाए हैं। पूर्व सीएम पृथ्वीराज चव्हाण की अध्यक्षता में एक समिति नियुक्त करने का फैसला किया गया है। यह समिति ही गठबंधन को लेकर न्यूनतम साझा कार्यक्रम तय करेगी। समिति आठ दिनों में अपनी रिपोर्ट देगी और उसके बाद अगले सप्ताह महाविकास अघाड़ी की सीट आवंटन पर बात हो सकती है।