TIO, वॉशिंगटन।
अमेरिकी मीडिया के हवाले से कहा जा रहा है कि डोनाल्ड ट्रंप अगर आगामी चुनाव में राष्ट्रपति चुने जाते हैं तो इससे जो बाइडन की परेशानियां बढ़ सकती हैं। दरअसल डोनाल्ड ट्रंप, जो बाइडन और उनके परिवार के खिलाफ चल रही संघीय जांच पर फोकस कर सकते हैं। डोनाल्ड ट्रंप की प्रचार टीम के एक करीबी ने बताया कि जो भी बाइडन सरकार कर रही है, वही ट्रंप भी कर सकते हैं।
ट्रंप के खिलाफ 44 मामलों में चल रही है संघीय जांच
डोनाल्ड ट्रंप के एक अन्य करीबी ने बताया कि जिस तरह से डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ संघीय एजेंसियां जांच कर रही हैं, उसने एक मिसाल कायम कर दी है कि बाइडन को भी ऐसी स्थिति का सामना करना पड़ सकता है। उनका कहना है कि बाइडन ने जो किया है, वही उन्हें मिलेगा। डोनाल्ड ट्रंप अभी संघीय अपराध के 44 मामलों का सामना कर रहे हैं। इनमें से 40 मामले गोपनीय दस्तावेजों से संबंधित हैं और चार मामले 2020 के चुनाव में कथित धांधली से जुड़े हैं। हालांकि तमाम आरोपों के बावजूद डोनाल्ड ट्रंप आगामी चुनाव में राष्ट्रपति पद के तगड़े दावेदार हैं और जो बाइडन के साथ उनकी कांटे की टक्कर की उम्मीद की जा रही है।
जो बाइडन के खिलाफ चल रहे मामलों पर फोकस करेंगे ट्रंप
डोनाल्ड ट्रंप अगर राष्ट्रपति चुने जाते हैं तो वह अपने खिलाफ लगे संघीय आरोपों को खारिज कर सकते हैं, लेकिन राज्यों की तरफ से लगे आरोप, खासकर न्यूयॉर्क में उन्हें कानूनी प्रक्रिया का सामना करना पड़ सकता है। न्यूयॉर्क की अपीलीय अदालत में डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ नागरिक मामलों जैसे टैक्स में धोखाधड़ी, मानहानि और दुष्कर्म जैसे मामलों की सुनवाई हो रही है। वहीं जो बाइडन भी गोपनीय दस्तावेजों से संबंधित मामलों को लेकर आरोपी हैं, लेकिन अभी तक उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई है। ऐसे में माना जा रहा है कि ट्रंप, राष्ट्रपति चुने जाने के बाद जो बाइडन के खिलाफ चल रहे मामलों में तेजी ला सकते हैं।
ट्रंप की राह आसान नहीं
डोनाल्ड ट्रंप भले ही राष्ट्रपति चुने जाने के बाद बाइडन के खिलाफ कार्रवाई की योजना बना रहे हैं, लेकिन व्हाइट हाउस पहुंचना उनके लिए इतना भी आसान नहीं होगा। दरअसल जो बाइडन, ट्रंप को कड़ी टक्कर दे रहे हैं। बाइडन ने ट्रंप के मुकाबले चुनाव कैंपेन के लिए 9 करोड़ डॉलर ज्यादा हासिल किए हैं। इस तरह से चुनावी कैंपेन के लिए दोनों नेताओं में चुनावी कैंपेन के लिए चंदे का अंतर बढ़ता जा रहा है। जो बाइडन और उनकी पार्टी ने मार्च तक 19 करोड़ डॉलर का चंदा हासिल किया। वहीं इतने ही समय में डोनाल्ड ट्रंप और रिपब्लिकन पार्टी को सिर्फ 9.3 करोड़ डॉलर का ही चंदा मिला है।