TIO, नई दिल्ली।
बीते साल सात अक्तूबर को इस्राइल पर हमास के हमले से शुरू हुई जंग थमने की बजाय बढ़ती ही जा रही है। इस जंग की आग में अब पश्चिम एशिया के कई अन्य देश भी आ गए हैं। इसी क्रम में शनिवार तड़के इस्राइल ने ईरान में सैन्य ठिकानों पर हवाई हमले किए। इसके अलावा इस्राइल ने मध्य सीरिया को भी निशाना बनाया है। आईडीएफ ने इस हमले की पुष्टि की है। ईरान में इस्राइली सेना की कार्रवाई के संबंध में अधिकारियों ने बताया कि इस्राइल ने बदले की कार्रवाई के तहत ईरान में सैन्य ठिकानों पर शनिवार तड़के हवाई हमले किए।
इस्राइल के मुताबिक यह कार्रवाई बीते एक अक्तूबर को बैलिस्टिक मिसाइल हमले का प्रतिशोध लेने के लिए की गई है। हमले से ईरान में कितना नुकसान हुआ है, इसकी विस्तृत जानकारी नहीं मिली है। हालांकि, इस्राइल की सेना ने हमले को ‘ईरानी सैन्य ठिकानों पर सटीक हमला’ बताया है। सेना के बयान के मुताबिक ईरान और उसके समर्थकों की तरफ से इस्राइली क्षेत्र में 7 अक्टूबर से लगातार हमले किए जा रहे हैं। कुल सात मोर्चों पर हमले हो रहे हैं, जिसमें ईरानी धरती से सीधे हमले भी शामिल हैं।
आईडीएफ ने जारी किया बयान
वहीं, आईडीएफ ने ईरान पर हमले की पुष्टि करते हुए जानकारी दी है कि हमले की मॉनिटरिंग खुद नेतन्याहू कर रहे थे। हवाई हमले में 100 से ज्यादा विमानों को शामिल किया गया था। दुनिया के हर दूसरे संप्रभु देश की तरह इस्राइल के पास भी जवाब देने का अधिकार और कर्तव्य है। इस बीच, ईरानी सेना ने भी बयान जारी किया है। ईरानी सेना ने कहा कि उन्होंने इस्राइल द्वारा पश्चिमी और दक्षिण-पश्चिमी तेहरान में सैन्य प्रतिष्ठानों को निशाना बनाकर किए गए कई विमानों को सफलतापूर्वक मार गिराया है।