TIO, यरूशलम।

इस्राइल के उत्तरी इलाके में छोटा, मगर खूबसूरत सा कस्बा है मितूला। यहां पिछले साल 7 अक्तूबर तक सब कुछ सामान्य था। मगर, यहां से मीलों दूर दक्षिण इस्राइल के गाजा पट्टी इलाके से देश में घुसे हमास के लड़ाकों ने नरसंहार शुरू किया, तो मितूला समेत आसपास के कस्बों के भी बुरे दिन शुरू हो गए। हमास के हमले के अगले ही दिन 8 अक्तूबर को हिजबुल्ला ने भी इस इलाके में मिसाइलें दागनी शुरू कर दिए थे। जब हम लेबनॉन बार्डर पहुंचे तो हिजबुल्ला के कत्लेआम की कहानी और मितूला से लोगों के पलायन का दर्द बताते-बताते इस्राइल डिफेंस फोर्स के अधिकारी भी भावुक हो गए। इस्राइली सेना ने बताया कि हमास के हमले का फायदा उठाकर हिजबुल्ला ने भी मितूला समेत कई गांवों को निशाना बनाया, ऐसे में शांति के साथ गुजर-बसर कर रहे लोगों के पास इस कस्बे से पलायन करने के अलावा कोई रास्ता हीं बचा था।

सुरंगों के जरिये नरसंहार करने की थी साजिश
इस इलाके में इस्राइली सेना को कई ऐसी सुरंगे भी मिली हैं, जो हिजबुल्ला ने उनके सीमा क्षेत्र में खोदी थीं। सेना के जवानों ने बताया कि हिजबुल्ला इन सुरंगों के जरिये हमास की तरह 7 अक्तूबर जैसे बड़े नरसंहार की साजिश रची थी। हालांकि इसकी भनक पहले ही लग गई और सेना ने सुरंगें खोजकर साजिश नाकाम कर दी। इस्राइल डिफेंस फोर्स के अधिकारी बॉर्डर इलाके पर लगातार सुरंग खोजने का बड़ा अभियान चला रहे हैं। इन सुरंगों के भीतर हिजबुल्ला ने अपने हथियार और गोला-बारूद भी जमा कर रखे थे। जबकि कई सुरंगों की चौड़ाई बढ़ाकर इस्राइल में बड़े हमले को अंजाम देने की फिराक में लगे हुए हैं।

इस इलाके में इस्राइली सेना को कई ऐसी सुरंगे भी मिली हैं, जो हिजबुल्ला ने उनके सीमा क्षेत्र में खोदी थीं। सेना के जवानों ने बताया कि हिजबुल्ला इन सुरंगों के जरिये हमास की तरह 7 अक्तूबर जैसे बड़े नरसंहार की साजिश रची थी। हालांकि इसकी भनक पहले ही लग गई और सेना ने सुरंगें खोजकर साजिश नाकाम कर दी। इस्राइल डिफेंस फोर्स के अधिकारी बॉर्डर इलाके पर लगातार सुरंग खोजने का बड़ा अभियान चला रहे हैं। इन सुरंगों के भीतर हिजबुल्ला ने अपने हथियार और गोला-बारूद भी जमा कर रखे थे। जबकि कई सुरंगों की चौड़ाई बढ़ाकर इस्राइल में बड़े हमले को अंजाम देने की फिराक में लगे हुए हैं। अधिकारियों ने बताया कि पिछले दिनों ऐसी ही एक सुरंग बरामद हुई थी। इसकी लंबाई 32 फीट से ज्यादा की हो चुकी थी। यह सुरंग इस्राइल सीमा में खोदी गई थी। इसी से उनके खतरनाक मंसूबों का अंदाजा लगाया जा सकता है।

Shashi Kumar Keswani

Editor in Chief, THE INFORMATIVE OBSERVER