TIO, वॉशिंगटन।

अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने शुक्रवार को अपने चुनाव प्रचार अभियान में वापसी की। उन्होंने मतदाताओं और डेमोक्रेटिक पार्टी के नेताओं व सदस्यों को राष्ट्रपति पद के लिए अपनी सेहत के बारे में आश्वस्त करने की कोशिश की। मिशिगन के नॉर्थविले में एक कार्यक्रम में उन्होंने अपने समर्थकों से कहा, मैं आपसे वादा करता हूं कि मैं ठीक हूं।

बाइडन को राष्ट्रपति चुनाव की दौड़ से हटाने की मांग तेज
बाइडन ने बाद में डेट्रॉइट में अपने भाषण में आगाह करते हुए कहा कि (पूर्व राष्ट्रपति) डोनाल्ड ट्रंप का दूसरा कार्यकाल किसी बुरे सपने की तरह होगा। उनका पूरा चुनाव प्रचार अभियान ट्रंप पर केंद्रित था। हालांकि, डेमोक्रेटिक पार्टी के कई नेताओं की ओर से यह मांग लगातार तेज हो रही कि बाइडन राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी से पीछे हटें। पार्टी के 19 सांसद अब तक खुले तौर पर उनसे उम्मीदवारी छोड़ने का आग्रह कर चुके हैं। पार्टी के भीतर से यह मांग तब तेज हुई जब ट्रंप के साथ अटलांटा डिबेट में बाइडन का खराब प्रदर्शन देखने को मिला।

नाटो शिखर सम्मेलन में फिसली बाइडन की जुबान
इससे पहले गुरुवार को वॉशिंगटन में नाटो शिखर सम्मेलन में बाइडन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान उन्होंने कहा कि वह दोबारा चुनाव लड़ेंगे और जीतेंगे। नाटो के कार्यक्रम के दौरान बाइडन की जुबान भी फिसली, जब उन्होंने अपने संबोधन में गलती से उप राष्ट्रपति कमला हैरिस को ‘उप राष्ट्रपति ट्रंप’ और यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की को ‘राष्ट्रपति पुतिन’ कह दिया। इससे एक बार फिर उनके मानसिक स्वास्थ्य को लेकर सवाल खड़े होने शुरू हो गए।

ऐसी गलतियां चालीस वर्षों से करते आए बाइडन: माइकल टायलर
बाइडन के प्रचार अभियान के संचार निदेशक माइकल टायलर ने भी एयर फोर्स वन में राष्ट्रपति के साथ मिशिगन का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने पत्रकारों से कहा, राष्ट्रपति मानते हैं कि उन्हें अभी भी कुछ चिंता है। यही वजह है कि वह यह दिखाने पर फोकस कर रहे हैं कि वह डोनाल्ड ट्रंप को नवंबर में हराने के लिए सबसे अच्छे व्यक्ति हैं। टायलर ने बाइडन की जुबान फिसलने की घटना को ज्यादा तवज्जों नहीं दी और कहा कि बाइडन को अपने लंबे सियासी करियर में ऐसा करने के लिए जाना जाता है।

उन्होंने कहा, बाइडन चालीस वर्षों से ऐसी गलतियां कर रहे हैं। उन्होंने कल रात ऐसा ही कुछ किया और वह आगे भी शायद ऐसा करना जारी रखेंगे।

Shashi Kumar Keswani

Editor in Chief, THE INFORMATIVE OBSERVER